नया लुक ब्यूरो
गढ़वा/रांची। झारखण्ड के गढ़वा में 10 सालों से रामलीला में भगवान परशुराम की भूमिका निभाने वाले एक कलाकार की अभिनय के दौरान ही मौत हो गयी। पहले तो मंच में मौजूद साथी कलाकारों को लगा कि यह अभिनय का ही हिस्सा है, लेकिन जब पुकारने के बाद भी वह मंच पर बेसुध पड़े रहे तो रामलीला के मंच का पर्दा लगा दिया गया।
रामलीला देख रहे दर्शकों को भी यह आभास नहीं हुआ कि उनकी मौत हो गयी है। अब इस घटना का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उनको अभिनय करते और मंच पर गिरते देखा जा सकता है। घटना गढ़वा जिले के डंडई प्रखंड क्षेत्र का है। मृतक का नाम विनोद प्रजापति (40 वर्ष) है। घटना के बाद रामलीला के आयोजन को बंद कर दिया गया है। त्योहार के मौके पर हर साल रामलीला में निभाई अपनी भूमिका के लिए इलाके में उनकी अलग पहचान थी। अभिनय का शौक था तो 10 सालों से इसी मंच पर अपने शौक को जिंदा रख रहे थे।
बताया जाता है कि विनोद प्रजापति व्यवसाई थे ट्रांसपोर्ट का छोटा सा कारोबार था जिससे परिवार का भरण पोषण करते थे। रामलीला के पहले ही दिन देर रात करीब ढाई बजे यह हादसा हो गया। रामलीला धनुष यज्ञ से शुरू किया गया था। धनुष भंग होने के बाद विनोद प्रजापति परशुराम के वेश-भूषा में मंच पर क्रोधित होकर पहुंचे और धनुष भंग करने का कारण पूछते हुए अंतिम शब्द बोले की धनुष किसने तोड़ा है जल्दी बताओ, उसके बाद मंच पर ही अचेत गिर गए।
मंच पर मौजूद दूसरे कलाकार इसे अभिनय का हिस्सा मानकर नाटक आगे बढ़ा रहा थे जब वह नही उठे तो रामलीला के दूसरे कलाकारों के द्वारा उन्हें उठाया गया और तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया जहां डॉक्टर ने इन्हें मृत घोषित कर दिया। विनोद प्रजापति कारोबार के साथ- साथ समाज सेवा में भी आगे रहते थे और झारखण्ड कुम्हार समन्वय समिति के सक्रिय सदस्य थे। विनोद प्रजापति अपने पीछे नौ साल का बेटा, 13 और 15 साल की बच्ची पीछे छोड़ गये।