- शायद हमलावर न होते कामयाब
- डालीगंज में जज के ऊपर हुए जानलेवा हमले का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ । हजरतगंज में क्षेत्र स्थित मकान नं बी- एक- डालीगंज निवासी जज आशुतोष कुमार सिंह हजरतगंज कोतवाली में तहरीर देकर कहा कि मकान के ईर्द-गिर्द संदिग्ध हालात में मंडरा रहे अराजक तत्व कभी भी घातक बन सकते हैं। यही हुआ पुलिस तहरीर लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और हमलावर अपने नापाक इरादों में कामयाब होकर पॉश इलाके से फर्राटा भरते हुए भाग निकले। सनद रहे कि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आशुतोष कुमार सिंह ने बीती 11 जुलाई 2023 को पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर को एक प्रार्थना पत्र देकर कहा था कि उनके आवास के आसपास कुछ अराजक तत्व संदिग्ध हालात में मंडरा रहे हैं और वह कभी भी उनके ऊपर हमला कर सकते हैं। पुलिस जज द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र को फ़ाइल में रखकर निहार रही थी कि इसी दौरान 17 अक्टूबर 2823 यानी मंगलवार की देर शाम देर शाम गाड़ी में टक्कर मारकर कार सवार ने जज को घसीटकर बाहर निकाला और मार-पीट जख्मी कर दिया।
बताया जा रहा है कि जज के अरदली ने किसी तरह से उनको बचाया। जज की तहरीर पर हजरतगंज पुसिल ने कार नंबर के आधार पर हत्या के प्रयास व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया , लेकिन सवाल यह है कि एक कानून के रखवाले के ऊपर हमला कहीं न कहीं पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही है। पुलिस को दी गई तहरीर में जज आशुतोष कुमार सिंह की पत्नी निहारिका ने कहा कि उनके आवास के पास आए दिन कुछ अराजक तत्व शराब पीकर उत्पात मचाया करते हैं, लिहाजा उनके और पति के अराजक तत्वों से खतरा है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से सुरक्षा प्रदान करने की अपील की। उनका आरोप है तहरीर देने के बाद भी उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा सकी।
डालीगंज में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश व विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट आशुतोष कुमार सिंह का आवास है। बताया गया कि मंगलवार देर शाम वह घर से अपनी गाड़ी से निकले थे। उनके साथ उनका अरदली गौरव वर्मा भी था। वह नेहा त्रिपाठी सैलून के सामने पहुंचे ही थे कि तभी पीछे से आ रही एक कार ने उनकी गाड़ी में टक्कर मार दी। फिर कार सवार ने उनको रुकवाया। गाली देते हुए गिरेबान पकड़कर बाहर खींच लिया। गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। अरदली गौरव ने किसी तरह से उनको बचाया। जिसके बाद युवक अपनी कार से भाग निकले।