मन राधा हो तन यमुना तट

बलराम कुमार मणि त्रिपाठी
  बलराम कुमार मणि त्रिपाठी

शक्ति हो सामर्थ्य हो जीवन सदा उत्साह में हो।
मातृभू के काम आए नदी के पतवार ज्यौं हो।।
विश्व मे हो शांति ,मेरा मन सदा कल्याण सोचे।
इंद्रिया हों संयमित वाणी सदा सियाराम मय हो‌।।1।।

हे विधाता कर्म करने में कभी आलस्य न हो।
तन सदा गतिमान होवे,बुद्धि मे कोई न भ्रम हो।‌।
लक्ष्य जीवन का मिले उद्योग में मन को लगाना।
शक्ति का हो चित्त मे अवतरण ऐसा भाव लाना।।2।।

पर्वतो के बीच से जैसे निकलती हैं ये नदियां।
हो बड़प्पन आचरण मे किंतु करुणामय बनाना।।
प्यास बुझ जाये धरा की लोग प्यासे रह न जायें।
चित्त पर उपकार मे रम जाय ऐसा युक्ति लाना।।3।।

नींद से जग जाउं, जीवन भक्ति मय -अनुरक्ति मय हो।
विश्व क्रीडास्थल- हृदय यह ,गोपियो सा भाव मय हो।।
बांसुरी मे तान जैसे ..समाओ प्रभु आ हृदय में।
सत्य शिव आनंद की धुन, हम सदा सानंद विचरे।।4।।

जिस प्रणव से सृष्टि सारा,वह प्रणव उर मे बसा हो।
कृष्ण की गीता का गौरव ज्ञान मेरे चित रमा हो।।
छमा छमा नाचे सदा प्रभु में समर्पित दासी मीरा।
शरद की हो पूर्णिमा तो कृष्ण की हो रास लीला।।5।।

Litreture

पुस्तक समीक्षाः शब्दों की आत्मा तक पहुँचती एक विलक्षण कृति — ‘शब्द-संधान’

मुकेश कुमार शर्मा भाषा केवल विचारों की अभिव्यक्ति का साधन नहीं, बल्कि संवेदना, संस्कृति और समय की सजीव चेतना भी है। इसी चेतना को स्पर्श करती है हिंदी के चर्चित लेखक, भाषाविद् और व्युत्पत्तिशास्त्री कमलेश कमल की नवीनतम और चर्चित कृति ‘शब्द-संधान’, जो प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित हुई है। यह पुस्तक शब्दों के उद्गम, उनकी […]

Read More
Litreture

विश्व हिंदी दिवस पर, प्रणव गुंजार है हिंदी

हिंसा से जिसको दुख होता वह है हिंदुस्थान हमारा। और अहिंसा मे जो जीता ऐसा हिंदू नाम हमारा।। प्रेम भाव से विश्व बनाया वह सच्चिदानंद जग पावन। यहां बाल क्रीड़ा करते हैं बारंबार जन्म ले उन्मन।। कभी राम बन कर आता हैं, कभी कृष्ण बन खेल रचाता। गौएं चरा बजाता वंशी । हलधर हो बलराम […]

Read More
Litreture

यदि आप साहित्य प्रेमी है तो यह आपके लिए भी जानना है बहुत जरूरी

लोरी के रूप में मां के मुंह से उपजा बाल साहित्य साहित्य अकादेमी दिल्ली का आयोजन अब नजरंदाज हो रहा है बाल साहित्य नया लुक संवाददाता लखनऊ। साहित्य अकादेमी दिल्ली के दो दिवसीय आयोजन के दूसरे दिन हिंदी संस्थान के निराला सभागार में चले बाल साहिती के सत्रों में संगोष्ठी, काव्य समारोह के संग पुरस्कृत […]

Read More