रवि श्रीवास्तव
महराजगंज। सबसे पहले इस सवाल का जवाब देखिए कि कितना लाजवाब है! सवाल अस्पताल की डायरेक्टर नीना चतुर्वेदी से था कि आपने इस हास्पिटल का नाम स्टार हास्पिटल क्यों रखा? जब कि इस वक्त देवी देवताओं और पूर्वजों पुरखों के नाम से प्रतिष्ठानों के स्थापित करने का चलन है। डायरेक्टर नीना चतुर्वेदी ने साफ कहा कि स्टार नाम सर्व स्वीकार्य है। हिंदू समाज के लिए भी है और मुस्लिम समाज के लिए भी। उन्होंने कहा दर असल यह अस्पताल है जहां बड़ी आशा और उम्मीद के साथ बीमार लोग आते हैं जिसमें सभी जाति धर्म के लोग होते हैं। स्टार नाम के पीछे यह भी एक वजह है। हमारा अस्पताल सर्व धर्म समभाव के सूत्र पर चल रहा है।
महराजगंज जिले के फरेंदा कसबे में बृजमनगंज रोड पर दीवानी न्यायालय के निकट स्थित स्टार हास्पिटल फरेंदा ही नहीं आसपास के करीब तीन लाख आबादी की लाइफ लाइन है जिसकी स्थापना 2013 में हुई थी और इसके प्रेरणा स्रोत स्व.हरफूल चतुर्वेदी जी थे। चतुर्वेदी सर स्थानीय जयपुरिया इंटर कालेज में फिजिक्स के प्रवक्ता रहे हैं जिनकी न केवल फरेंदा में अपितु पूरे जिले के शिक्षा जगत में एक ख्याति थी। स्व.चतुर्वेदी सर यूं तो जनपद सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ तहसील मुख्यालय के बिल्कुल निकट मड़वा गांव के निवासी हैं। फरेंदा में शिक्षक के रूप में नौकरी में आने के बाद उन्होंने यहां भी एक सुदृढ़ ठिकाना बना लिया है। नीना चतुर्वेदी कहती हैं कि अस्पताल स्थापित करने की प्रेरणास्रोत हमारे ससुर जी थे और उन्हीं के आशीर्वाद से हम नित नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं।
उनके पति अरुण चतुर्वेदी स्वास्थ्य महकमे से जुड़े हुए हैं। अस्पताल के बेहतरी के लिए उनका भी प्रयास रहता है। अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि उनके अस्पताल की कोशिश लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है। अस्पताल में उच्च कोटि के उपकरण और विशेषज्ञ डाक्टर हर वक्त उपलब्ध रहते हैं। अस्पताल में रात्रिकालीन सेवा में डाक्टर इस्तियाक पूरी तन्मयता से मौजूद रहते हैं। यहां गरीब और असहायों की पूर्णतया निशुल्क स्वास्थ्य की व्यवस्था है। वे कहते हैं कि अस्पताल की स्थापना के वक्त यह मेरे पिता जी की इच्छा थी। कहना न होगा कि जहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का सिर्फ ढिंढोरा है वहां इस कसबानुमा ग्रामीण क्षेत्र के लाखों की आबादी के लिए स्टार हास्पिटल निश्चित ही एक वरदान है।