
- कोरोना काल के समय से ही भारत-नेपाल सीमा पर स्थित डांडा नदी में नाव का संचालन बंद था,
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज । भारत-नेपाल सीमा पर स्थित डांडा नदी में चार साल बाद नाव के पुनः संचालन होने से भारत-नेपाल के रिश्तों मिठास घुल गई है। कोरोना काल से नाव का संचालन बंद कर दिया गया था। अब इसे फिर से संचालित कर दिया गया है। सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को नेपाल में अपने रिश्तेदारों के घर जाना अब काफी आसान हो गया है। नदी पार करते ही नेपाल में लोग आसानी से अपने रिश्तेदारों के घर पहुंच जा रहे हैं। लोगों ने नाव संचालित होने पर खुशी जाहिर की। नौतनवां तहसील क्षेत्र के चंडीथान गांव के पास डांडा नदी भारत-नेपाल के बीच की सीमा है। नदी पार करने का एक मात्र जरिया नाव है। कोरोना महामारी के दौरान इसे बंद कर दिया गया था। इससे लोगों को काफी दिक्कत हो रही थी।
ब्लॉक प्रमुख नौतनवा राकेश कुमार मद्धेशिया के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों ने SSB के उच्च अधिकारी से मिलकर वार्ता की। लोगों की समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया। शंभू नाथ पांडेय, विनय तिवारी ने बताया कि भारत के लोगों की रिश्तेदारी नेपाल में है। नेपाल के लोगों की रिश्तेदारी भारत में हैं। नेपाल के लोग नौतनवां से ही बाजार करते हैं और छात्र पढ़ने तथा दवा कराने लोग आते रहते हैं। बीमार पड़ने पर नौतनवां या गोरखपुर इलाज के लिए जाते हैं, उसको देखते हुए नाव चलाने की मांग की गई थी।
नेपाल के इन गांवों के लोगों का नदी पार कर आना मात्र नाव ही एक जरिया
नेपाल के गांव पिपरहवा,बगौल ,ओड़वलिया ,सिलवटिया ,ठरकी ,हरदी ,भिलरहवा , पिपरहवा, सोनवरसा, भोमही, कचरिहवा, मैनहवा, पाठक टोला, कोटियहवा, फुलवरिया आदि गांव के लोगों का डांडा नदी पार कर ही नाव से आना जाना रहता है। मुरलीधर, संजय पांडेय, कृष्ण मोहन शुक्ला, अरविंद कुमार ने बताया कि नाव चलने से लोगों में खुशी का माहौल है। पांच किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता था, लेकिन अब नाव चलने से समस्या दूर हो गई है।
भारतीय क्षेत्र के इन गांवों के लोगों को भी नेपाल जाना हुआ आसान
चंडीथान, मुड़िला, चड़लहा, बरवाकला, सम्पतिहा, कदमहवा, दुर्गापुर,बरवाभोज, खड़गबरवा आदि गांव के लोगों का नेपाल में अपने रिश्तेदार व जरूरत पड़ने पर आना जाना लगा रहता है। लोगों ने कहा कि अब समस्या नहीं हो रही है। नाव चलने से चंद मिनटों में नेपाल में कोई भी जा सकता है। करीब एक सप्ताह पूर्व क्षेत्र नौतनवां ब्लाक प्रमुख राकेश मद्धेशिया के नेतृत्व में कुछ लोग इस समस्या के समाधान के लिए एसडीएम नौतनवां मुकेश कुमार सिंह व एसएसबी कमांडेंट वरुण कुमार से मिलकर चंडीथान के पास डांडा नदी में नाव चलाने की मांग की थी। जिसकी अनुमति मिलने के बाद नाव का संचालन शुरू करा दिया गया। इससे भारत नेपाल के रोटी-बेटी के रिश्तों में और मजबूती आएगी।