
नया लुक संवाददाता
गोरखपुर। दिवाली की खुशियां उसे समय मातम में बदल गई जब गोरखपुर से कुशीनगर जिले के पडरौना जा रहे बस में एक डीसीएम ने ठोकर मार दी। ट्रक ने खड़ी बस में ठोकर मारी जिसमें झांसी से बीटेक कर रहे भाई की मौके पर मौत हो गई और बहन जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। हादसा गुरुवार देर रात की है। गोरखपुर डिपो की एक बस गुरुवार रात यात्रियों को भरकर कुशीनगर जिले के पडरौना की ओर जा रही थी। गाड़ी जगदीशपुर के पास मालपुर ही पहुंच पाई थी की बस का पहिया पंचर हो गया। ड्राइवर कंडक्टर ने गाड़ी साइड में लगाया और सवारियों को उतार कर दूसरे बस में शिफ्ट करने का जुगाड़ लगाने लगे। इतने में तेज रफ्तार आई डीसीएम ने खड़ी बस में जोर से टक्कर मार दी। नतीजेतन तीन की मौके पर ही मौत हो गई और तीन ने रास्ते में जान दे दी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि क्रेन से लाशों को निकाला गया है और जिंदा लोगों को आम जनता की मदद से गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कराया क्या है। खबरों के अनुसार अभी 10 से 12 लोगों की जान खतरे में बताई जा रही है जबकि अन्य 15 लोग दुर्घटनाग्रस्त है।
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इस भीषण सड़क हादसे में यात्रा कर रहे दो सगे भाई बहन में भाई की ऑन द स्पॉट मौत हो गई। और बहन अभी जिंदगी मौत से जूझ रही है। मृतक भाई झांसी से बीटेक कर रहा था और उसकी बहन रायबरेली से बीटेक कर रही है। मौके पर पुलिस प्रशासन की टीम तो पहुंच गई थी लेकिन हादसे की भयावहता देखते हुए किसी की हिम्मत बस में घुसने की नहीं हो पाई थी। समाचार लिखे जाने तक छह लोगों की मौत हो गई थी और 24 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।
सड़क बन रही काल
गोरखपुर से कुशीनगर जा रही बस में जान गवाने वाले परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। लेकिन आंकड़ों की बात करें तो पूरे देश में प्रतिदिन 500 से ज्यादा मौतें सड़क पर हो रही है। भारत में सड़क दुर्घटनाएं एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। इन हादसों में मरने वालों की संख्या 168491 हो गई है और करीब 4.45 लाख लोग घायल भी हुए थे। भारत में दुर्घटनाओं की संख्या 2021 की तुलना में लगभग 12 प्रतिशत बढ़ गई है। साल 2022 में सड़क दुर्घटना के चलते 1.68 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।