- ‘देवोत्थान एकादशी है,गुरुवार 23 नवंबर को,
बलराम कुमार मणि त्रिपाठी
कार्तिक शुक्ल नवमी सोमवार की रात्रि मे 3.15 बजे से लग जारहा है,जो मंगलवार को रात्रि 24.53 बजे तक रहेगा। कल भोर मे सरयू स्नान के साथ अक्षय नवमी की चौदह कोसी परिक्रमा शुरु होजाएगी। इसी तरह से यमुना स्नान कर मथुरा की परिक्रमा शुरु हो जाएगी। अक्षय नवमी को किया गया दान,लिया गया हरिनाम और की गई परिक्रमा का अश्रय पुण्यफल मिलता है। आज के दिन कूष्मांड मे रत्न रख कर गुप्तदान करते हैं। अक्षय नवमी को ही सतयुग का शुभारंभ हुआ था। आज के दिन आंवले के नीचे भोजन करने की परंपरा भी है। आज के दिन से श्रीविष्णु त्रिरात्रि शुरु हो जाएगा,जो एकादशी तक चलेगा।
एकादशी का देवोत्थान व्रत 23 नवंबर 2023 गुरुवार को होगा। एकादशी बुधवार की रात 10.34 पर लग जाएगा,जो गुरुवार को रात 20.21 तक रहेगा। अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा एकादशी मे की जाती है। इसी दिन सायंकाल तुलसी -शालिग्राम विवाहोत्सव मनाया जाएगा। गन्ना चूसा जाता है और गुरुवार रात व्यतीत कर भोर मे गन्ने की गेड़ी से सूप पीटते हुए घर के हर कमरे मे से होते हुए घर के बाहर तक जाते हैं। लक्ष्मी आवें दरिद्दर जायें कहते हुए महिलाये दरिद्रा निस्सारण करती है। सूप दिन मे धोने के बाद ही घर मे आता है। रात मे दीप जलाकर देव दीपावली मनाते हैं।