लखनऊ। “भ्रष्टाचार” इस शब्द के सुनते ही इंसान के मनः मस्तिष्क में कई प्रकार की बातें घुमड़ने लगती हैं, लगता है कि जैसे कोई आपके बगल से कुछ चुरा ले गया और आप टुकुर टुकुर देखते ही रह गए। ऐसे में इंसान अपनी सुध बुध खो देता है। क्योंकि जहाँ जहाँ भ्रष्टाचार होता है वहां इंसानियत जिंदा नहीं रह पाती। अब रितेश पाण्डेय जैसे मंझे हुए कलाकार भी जब इस भ्रष्टाचार का शिकार हो सकते हैं तो फिर बाकी आम इंसान कि तो बात ही क्या करना। भ्रष्टाचार की इस लड़ाई में उनका साथ देने आ रही हैं प्राप्ति शुक्ला। अभी विगत दिनों में ही उनका एक पोस्टर वायरल हुआ था जिसमें रितेश पाण्डेय एक स्कूटी पर बैठे हुए चेहरे पर तनाव लेकर जा रहे थे और पीछे पूरी भीड़ उनके पीछे पड़ी हुई नज़र आ रही थी।
दरअसल में उस दिन रितेश पाण्डेय की आगामी फिल्म भ्रष्टाचार का फर्स्टलुक पोस्टर रिलीज़ किया गया था जिसकी शूटिंग आज से बनारस में शुरू हो रही है। फर्स्टलुक पोस्टर पर रितेश पाण्डेय स्कूटी पर बैठे थे और उनके चेहरे पर तनाव साफ साफ देखा जा रहा था, वहीं बैकग्राउंड में काफी भींड़ और आगजनी की तस्वीरें दिखाई दे रही थीं। यह देखकर ही लग रहा था कि फ़िल्म में काफी हो हंगामा होने वाला है। अब देखते हैं कि वास्तव में इस फ़िल्म में किस प्रकार का भ्रस्टाचार होने जा रहा है और रितेश पाण्डेय किस कदर इस भ्रष्टाचार से निबट रहे हैं। क्योंकि आज 23 नवम्बर से उनकी भ्रस्टाचार की लड़ाई बनारस में शुरू हो गई है। फ़िल्म की शूटिंग आज से शुरू हो गई है जो लगभग एक महीने तक चलेगी।
यशस्वी फ़िल्म क्रिएशन व यशस्वी इंफ्राहाइट्स प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बन रही फिल्म भ्रष्टाचार के निर्माता हैं संजय गुप्ता। वहीं संजय गुप्ता के लिखे इस भ्रष्टाचार का निर्देशन कर रहे हैं एच एस पवन। फ़िल्म के गीत लिखे हैं सन्तोष पूरी व आशुतोष तिवारी ने जिन्हें संगीत से सजाया है सन्तोष पूरी व अजय वर्मा ने। जिनके बनाये संगीत पर नृत्य निर्देशन करने वाले है लक्की विश्वकर्मा। रितेश पांडेय सङ्ग इस फ़िल्म में प्राप्ति शुक्ला, संजय पाण्डेय विनीत विशाल, अयाज़ खान, अजय पाठक व शान चतुर्वेदी नज़र आने वाले हैं। शांति प्रोडक्शन के (तहत) सहयोग से इस फ़िल्म का पोस्ट प्रोडक्शन का काम मुम्बई में किया जाएगा जिसकी सारी तैयारियां कर ली गई हैं। इस भ्रष्टाचार के प्रोजेक्ट डिजाइनर हैं अजय पाठक सिनेमेटोग्राफी कर रहे हैं विजय यादव, इपी हैं जुबेर शाह व बृजेश टाइगर। कला पक्ष देख रहे हैं राम कुमार व प्रचारक हैं संजय भूषण पटियाला।