- एक चोरी की वाईक व 6200 रू नगद बरामद
विजय श्रीवास्तव
लखनऊ। गोमतीनगर पुलिस व राहगीरों के नाक मे दम करने वाले चार शातिर लुटेरों के पास से 13 कीमती मोबाईल एक वाईक सहित 6200 रू नगद बरामद हुवा। पुलिस के उच्चाधिकारियों के निर्देशन मे सर्विलांस की मदत व अथक प्रयास से गोमतीनगर पुलिस चारों शातिर लुटेरों को गिरफ्तार करने मे सफलता पाई है। चारो लुटेरों मे एक महेश रावत नि0 दोबहा थाना अकौना जनपद श्रावस्ती,व दूसरा मोनू राजपूत निवासी लोधनपुरवा बडा गांव थाना हजूर पुर जनपद बहराइच क्षेत्र का व दो लुटेरे सरौदा थाना कजडोल , झारखंड के निवासी हैं जिसमे दो लुटेरे चंदन हास्पिटल के पीछे व दो ओम चौराहा मंत्री आवास के पास थाना विभूति खंड के पास खाली पडे जमीन मे झुग्गी झोपडी डालकर रहते थे वहीं से रेकी करके चोरी की वाईक से राहगीरों के साथ छिनैती करते थे।
उक्त चारों आरोपियों के उपर गोमतीनगर थाने मे नौ नवंबर को सुधीर यादव निवासी खरगापुर ने लूट का पहला मुकदमा लिखाया था, दूसरा लूट का मुकदमा सरिता यादव,तीसरा नीरज कुमार सहित छ लोगों ने विभिन्न तारीखों मे गाडी चोरी सहित लूट का मुकदमा गोमतीनगर थाने मे पंजीकृत कराया था। जिसमे अधिकांश पीड़ितों ने वाईक सवारों द्वारा ही वारदात होना बताया था। उच्चाधिकारियों के निर्देशन मे प्रभारी निरीक्षक गोमतीनगर दीपक कुमार पाण्डेय अपने टीम के सभी दस जवानो कोअपराधियों के गिरफ्तारी के लिए लगाया थाना प्रभारी पल पल का अपडेट उप आयुक्त आशीष श्रीवास्तव,व उप आयुक्त सैयद अली अब्बास , सहायक पुलिस आयुक्त सुश्री स्वाति चौधरी आदि उच्चाधिकारियों को देकर , दिशा निर्देश प्राप्त करते रहे।
इसमे डीसीपी पूर्वी के सर्विलांस टीम प्रभारी शतीष कुमार सहित उनके नौ हमराहियों का विशेष योगदान बताया जाता है। गोमतीनगर थाने के एक आरक्षी ने नाम न छापने पर बताया थाना पुलिस अगर घटना पर्दाफाश का मन बना ले और उसे उप आयुक्त आशीष श्रीवास्तव सर व अली अब्बास जैसा तेज तर्रार अनुभव व हौसला-अफजाई करने वाला अधिकारी मिल जाए तो घटना का अनावरण होना कोई मुश्किल काम नही है। ये दोनों अधिकारी घटना के अनावरण तक नाक का सवाल बना देते हैं।
PGI थाना क्षेत्र के एक रिटायर्ड दरोगा ने पहचान उजागर न करने पर कहा बंगलादेश झारखंड कोलकाता छत्तीसगढ़ आदि से घुमंतू जाति के काफी लोग राजधानी के शहीद पथ किनारे, रेलवे लाइनों के किनारे,व शहर मे खाली पडे जमीनों मे झुग्गी झोपड़ियां डालकर परिवार साथ रहते हैं इनमे से अधिकांश लोग दिखावे को दिन मे छोटा मोटा रोजगार मुहल्लों मे फेरी लगाकर करते हैं लेकिन असल मे ये बंद घरों की रेकी करते हैं , इनमे कुछ शातिर किस्म के अपराधी स्थानीय बदमाशों से मिलकर गैंग बनाकर रोडहोल्डरी , लुटेरागीरी करते हैं। जिन्हें अब चिन्हित करना चाहिए। उन्होंने बताया जो हार्ड कोर क्रिमनल यहां पकडे जा रहे हैं असल मे ये अपने क्षेत्र के पुलिस व प्रशासन द्वारा तडियाये हुए अपराधी होते हैं। ये आदतन आपराधी हो जाते हैं ये अक्सर सुधरते नही हैं। उन्होंने आज पकडे गये उक्त चारों लुटेरों की इनके मूल निवास जनपदों से इनकी जन्म कुंडली (क्रिमनल हिस्ट्री) मगाने की सलाह देते हुए गोमतीनगर थाने के सभी स्टाफ को शुभकामनाएं दी।