

चार राज्य मे चुन लिए जनता ने सरकार।
अन्य सभी धूमिल हुए फिर मोदी इस बार।।
निज निज पार्टी लोग सब करिये पुनर्विचार।
किन किन मुद्दों पर भला वोट पड़ी इस बार।।1।
2024 का होगया इस चुनाव मे ट्रेल।
भाजपा के पक्ष में होगी रेलम रेल।।
झूठ कहे या सच कहे कोई हो सरकार।
धर्म प्राण जनता करे वोटों की बौछार।।2।।
राम लला की आंधियां चलेंगी अबकी बार।
फिर से होगी केंद्र मे बीजेपी सरकार।।
बेरोजगारी बढ़े या मिले न सस्ते दाम।
धर्म रहे इस देश में नहीं और कुछ काम।।3।।
जो मर्जी वो कीजिए बने नये कानून।
जनता बहरी होचुकी गूंगी नेत्र विहीन।।
मुश्किल से दिन काट कर जपेंगे तेरा नाम।
होंगे धर्म विरुद्ध जो, समझो काम तमाम।।4।।
हे प्रभु इतना कीजिए हिलमिल रहे समाज।
नेता भी खुशहाल हो जनता भी खुशहाल।।
पूंजी पति धनवान हो जनता भले दरिद्र।
भ्रष्टाचार समाप्त हो मानवता हो मित्र।।5।।
डिजिटल हुआ समाज ये खायगा नेटवर्क।
मोबाईल हो हाथ मे मिले न कोई वर्क।।
बातो से ही पेटभर जनता है खुशहाल।
नेता जी कुछ भी करें ताली बजे हजार।।6।।
कुछ भी कहना है गलत हुई जीत या हार।
जैसी छवि जिसकी बनी पड़े वोट इस बार।।
वाणी पर संयम करें न हो धर्म पर वार।
जनता हो खुशहाल तो मिले सभी का प्यार।।7।।