उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज । नेपाल स्थित भारतीय सीमा से सटे भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी में गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के सभागार में आज एक सेमीनार आयोजित की गई। जिसमें भारत और नेपाल के बड़ी संख्या में शिक्षाविद् व स्कालर मौजूद रहे। सेमीनार के आयोजन कर्ता में एक डॉ आशावरी बापट ने कहा कि लुंबिनी हम सब के लिए अत्यंत पवित्र धर्म स्थान होने के कारण हमने यहां सेमीनार का आयोजन किया है।
यहां बड़ी संख्या में भारत के स्कालर, विद्वतजन और नेपाल के स्कालर विद्वतजन आए हुए हैं। आज के इस सेमीनार में विश्व शांति, उन्नयन और उन्नति विषय पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि जो बुद्ध की शिक्षा है उसे एक बार पुनः दोहराना और उसके उपर मंचन करना ही सेमीनार का उद्देश्य है। उन्होंने कहा की जिस तरह से भगवान बुद्ध ने पूरी दुनिया को शांति का उपदेश दिया था आज वही फिर दोहराने की जरूरत है। इस सेमीनार से पूरी दुनिया के लिए जो संदेश निकलेगा उसे सभी को आत्मसात करने की जरूरत है ताकि दुनिया में शांति और भाईचारा रह सके और पूरी दुनिया उन्नति के मार्ग पर चलकर उन्नति कर सके।
प्रोफेसर डॉ जीतू गिरि, डॉ ल्यारकल्या लरना, प्रोफेसर डॉ नरेशमन बजराचार्य, डॉ असवारी बापट, डॉ मानिक रतन शाक्य, प्रोफेसर डॉ नरसिंह,डॉ हरिशरण चांखू, लुंबिनी की डिप्टी मेयर कल्पना हरिजन,नेपाल-भारत मैत्री संघ के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष मुरारी लाल अग्रवाल, नेपाल-भारत मैत्री संघ के आजीवन सदस्य मनोज कुमार त्रिपाठी, होटल पावा के प्रोप्राइटर व पीएचडी स्कालर हीरा खत्री, अरूण कुमार यादव, अनिमेष प्रकाश, राजेश राजन, उज्ज्वल कुमार, सिद्धार्थ सिंह, प्रोफेसर विमलेंद्र कुमार,भीम बहादुर, गोपाल गुरूंग,देवा सोनम तमांग,त्सेवांग त्सशिजा,सराफा डोल्मा,नागिमा लोमू शर्पर,नंगत्से त्सेरिंग लामा, कर्मा यायिन लामू,शिविव गारूग्राम,संगोजे रंजन,राज कुमार वार्रबिया, राबिन पंथी,श्री प्रकाश भलतारा सबिता घीमिरे, लालबहादुर पांडे, यमुना मरासिनी, अंबिका यादव,कमला संजेल, एएसआई अमरीश पुरी, पंकज खत्री,बालमन राणा एएसआई,अंजू खनाल,वास्म इओआई, मोहनलाल भंडारी सिटी कैंपस,उषा केसी, सत्येंद्र दाहिमा, सूरज घिमिरे,इंद्रा भुषाल समेत बड़ी संख्या स्कालर मौजूद रहे।