- सीमा से प्याज लदी सात ट्रकें वापस
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज । भारत सरकार ने नेपाल में प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश मिलते ही शुक्रवार को सोनौली सीमा पर प्याज लदे सात ट्रकों को रोक दिया गया। बार्डर से प्रत्येक दिन आलू, प्याज का कारोबार करीब एक करोड़ का होता है। इसके पहले नेपाल में आलू प्याज पर वैट लगने से नेपाली कारोबारियों ने मंगाना कम कर दिया है, इधर बढ़ती मंहगाई को देखते हुए भारत सरकार ने प्याज के निर्यात पर पावंदी लगा दी है। वर्तमान में भारतीय क्षेत्र में प्याज का फुटकर भाव 60 रुपये प्रति किलो है। जबकि थोक में प्याज 50 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।
बता दें कि शुक्रवार सुबह सोनौली सीमा से नेपाल जाने वाले प्याज लदे ट्रक को सोनौली कस्टम के अधिकारियों ने रोक दिया। सीमा से ट्रक लौटा दिया गया। प्याज के बढ़ते दाम को देखते हुए भारत सरकार ने नेपाल में प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के निर्देश पर डायरेक्टर जनरल आफ फॉरेन ट्रेड ने प्याज के निर्यात को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया है। बृहस्पतिवार की रात आदेश के बाद प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से 31मार्च 2024 तक नेपाल निर्यात पर रोक लगा दी गई है। कस्टम अधीक्षक एसके पटेल ने बताया कि देश भर में प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगने के मद्देनजर उसके नेपाल निर्यात पर रोक लगा दी गई है। आदेश आने के बाद सोनौली सीमा पर प्याज लदे ट्रकों की इंट्री प्रतिबंधित कर दी गई हैं।
सीमा पर कस्टम विभाग पूरी तरह सतर्क
शुक्रवार को नासिक, शाहजहांपुर, इंदौर, कानपुर से आने वाले प्याज से लदे ट्रकों को भी वापस कर दिया। इन दिनों भारत में प्याज महंगे दर पर बिक रही है। इस वजह से पहले देश में प्याज की जरूरतों को पूरा करने के बाद ही कहीं बाहर भेजा जाएगा। सूचना जारी होने के बाद सोनौली बॉर्डर पर कस्टम अधिकारी पूरी तरह सतर्क हैं।
रास्ते में गाड़ियों को भी वापस किया गया,
आलू-प्याज के कारोबारी सन्नी गुप्ता और पुनीत कुमार अग्रहरि ने बताया कि नेपाल में हर किस्म की सब्जियों की उपलब्धता भारत से निर्यात पर निर्भर है। शुक्रवार को सोनौली पहुंची ट्रक को वापस कर दिया गया और लोडिंग रोकते हुए जो गड़िया रास्ते में थी उसे भी रोक दिया गया है।