डॉ दिलीप अग्निहोत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन को घमंडीया नाम दिया था। जिसमें जातिवाद तुष्टीकरण और भ्रस्टाचार न्यूनतम साझा कार्यक्रम है। नरेंद्र मोदी का यह कथन इंडी गठबंधन के भीतर से ही प्रमाणित हो रहा है। इसके घटक दल एक दूसरे पर घमंडी अहंकारी होने का आरोप लगा रहे हैं। जहां भी इस गठबंधन की सरकार थी अथवा इस समय है, उन सभी पर तुष्टीकरण के आरोप रहे हैं। विधानसभा चुनाव में इन्होंने जम कर जातिवादी कार्ड चला था। घोटाले भ्रस्टाचार के गंभीर आरोप पहले भी थे। नए तथ्य उजागर हो रहे हैं। एक सांसद के पास नोटों का जखीरा मिला। उसे गिनने के लिए तीन दर्जन महीने लगाई गई। नरेंद्र मोदी ने कहा कि “देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के भाषणों को सुनें। जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटना पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।
इधर लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी विपक्षी पार्टियों पर निशाना लगाया। उन्होंने कहा एक तरफ घमंडिया गठबंधन है जहां भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी, लूट-खसोट और दलाली की गारंटी है और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी है जो भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी जी की गारंटी है। इस गारंटी मतलब बेईमानों से पाई-पाई वसूलने की गारंटी। अगर एक कांग्रेसी सांसद के पास दो तीन करोड़ रूपए की नगदी पकड़ी गई, तो बाकी सभी कांग्रेस सांसदों के पास कितनी नकदी होगी। कांग्रेस ने अपने नेताओं को करप्शन का एटीएम बना दिया है।
कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान से निकला नोटों के पहाड़ की गिनती जारी है। मोहब्बत की दुकान की एक फ्रेंचाइजी के गल्ले में दो तीन सौ करोड़ के नोट मिले हैं। लगता है खूब “बिक्री” हुई है। सारी मोहब्बत कुछ यूं बिक गई कि कांग्रेस के पास में सिर्फ हिंदुत्व और सनातन से नफरत बची है। इंडी एलायंस यानी घमंडिया गठबंधन के नेता भ्रष्टाचार करके लूट खसोट करते हैं और जब ईडी, CBI, और आईटी जैसी जांच एजेंसी अपना काम करती हैं, तो सारे भ्रष्टाचारी नेता एक होकर जांच एजेंसियों पर आरोप लगाने लगते हैं। भ्रष्टाचार की काली कमाई से कांग्रेस नेता अपनी जेब भर रहे हैं और यह सारा पैसा गांधी परिवार की तिजोरी तक जाता है। यह सारा पैसा जनता की गाढ़ी कमाई का है, जिससे कांग्रेस के नेता अपने घर भर रहे हैं।घमंडिया गठबंधन के नेता भारत की अर्थव्यवस्था, गरीबों की कमाई और नागरिकों के अधिकारों को दीमक की तरह खा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी, आप, टीएमसी सहित इंडी एलायंस के दल आज भ्रष्टाचार का पर्याय बन गए हैं। क्या कारण रहा कि चतरा से दोबार लोकसभा का चुनाव हार चुके धीरज साहू को कांग्रेस ने तीसरी बार राज्य सभा सांसद बनाया।