नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को दर्शकदीर्घा से दो लोगों के कूदने का मामला राज्यसभा में उठाते हुये विपक्ष विशेषकर कांग्रेस ने सदन की कार्यवाही स्थगित करने और गृह मंत्री से इस पर जबाव देने की मांग करते हुये बहिर्गमन किया। भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को इस घटना की जानकारी दी और कहा कि उन्होंने संसद के सुरक्षा निदेशक को बुलाकर पूरी जानकारी ली है। दोनों लोगों को सुरक्षा बल ने गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है। सुरक्षा निदेशक को इस संबंध में विस्तृत जानकारी देने के लिए कहा गया है और सदन के आज उठने से पहले सदस्यों को इस संबंध में पूरी जानकारी दी जायेगी।
इस पर कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने कुछ कहा लेकिन अधिक शोरगुल के कारण सुना नहीं जा सका। इसके बाद सभापति ने सदस्यों को शांत रहने और अपनी अपनी सीटों पर बैठने के लिए कह कर सदन की कार्यवाही शुरू कर दी। इसी दौरान केन्द्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2023 सदन में पेश किया गया और उस पर चर्चा शुरू हो गयी। चर्चा के करीब 40 मिनट तक चलने के बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सदन में आये और इस मुद्दे को उठाने लगे। सभापति ने उनको अपनी बात रखने की अनुमति दी। इस पर खड़गे ने कहा,कि लोकसभा और राज्यसभा एक ही भवन में है इसलिए यह मामला हमसे भी जुड़ा हुआ है। इस मामले को यहां उठाया गया है लेकिन सभापति ने सदन की कार्यवाही चलाने की अनुमति दी है जबकि सदस्यों ने इसको स्थगित करने की मांग की है। यह गंभीर मामला है। यह सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक है।
इसके बाद विपक्षी सदस्य विशेषकर कांग्रेस के सदस्य शोरशराबा करने लगे। इस पर धनखड़ ने कहा कि लोकसभा में कार्यवाही चल रही है और विपक्ष राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करने की मांग कर रहा है। इस पर खड़गे ने कहा कि दोनों सदन एक ही भवन में है और आग यदि वहां लगेगी तो यहां भी लगेगी। इस घटना के संबंध में पर्याप्त जानकारी नहीं दी जा रही है इसलिए सदन की कार्यवाही स्थगित की जानी चाहिए। इस पर सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस इस घटना का राजनीतिकरण कर रही है जबकि विपक्ष का रवैया देश को एकजुटता का संदेश देने वाला होना चाहिए। इसके बाद भी सदन में विधेयक पर चर्चा जारी रही और कांग्रेस के सदस्य बहिर्गमन कर गये। (वार्ता)