योगी सरकार PGI में बनाएगी प्रदेश का पहला एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर

  • 575 बेड का होगा सेंटर, 20 से अधिक विभाग और छह यूनिट करेंगी काम
  • सेंटर में बच्चों से जुड़ी सभी बीमारियों का अलग-अलग पीडियाट्रिक एक्सपर्ट करेंगे इलाज

लखनऊ। योगी कैबिनेट ने मंगलवार को प्रदेश के पहले एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना का अहम निर्णय लिया है। यह सेंटर पीजीआई में स्थापित किया जाएगा। यह प्रदेश का पहला ऐसा सेंटर होगा, जहां बच्चों से जुड़ी सभी बीमारियों का इलाज अलग-अलग पीडियाट्रिक एक्सपर्ट करेंगे। यह सुविधा अभी तक प्रदेश के किसी भी इंस्टीट्यूट और मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध नहीं है। इसके लिए योगी सरकार 199 करोड़ 10 लाख 52 हजार रुपये खर्च करेगी।

बच्चों के बेहतर इलाज के लिए महसूस की जा रही थी आवश्यकता

SGPGI के निदेशक प्रो. डॉ. आरके धीमान ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 40 प्रतिशत आबादी 0-18 वर्ष की आयु के बच्चों और किशोरों की है। ऐसे में लंबे समय से उनके बेहतर इलाज के लिए एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस पर योगी सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे आज कैबिनेट में मंजूरी दे दी गयी। ऐसे में पीजीआई में 575 बेड का एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना की जाएगी, जिसमें 20 से अधिक विभाग और छह यूनिट काम करेंगी। सेंटर की स्थापना दो फेज में की जाएगी। पहले फेज में 310 बेड की स्थापना की जाएगी, जिसमें 12 विभाग और चार यूनिट काम करेंगी। इसमें 163 बेड नॉर्मल, 54 बेड आईसीयू, 28 बेड एचडीयू, 20 बेड आइसोलेशन और 45 बेड प्राइवेट के होंगे। वहीं दूसरे फेज में 265 बेड और बढ़ाए जाएंगे, जिसमें अतिरिक्त नौ विभाग और दो यूनिट को जोड़ा जाएगा। इसमें 158 नार्मल बेड, 13 आईसीयू बेड, 10 एचडीयू बेड, 21 आईसोलेशन बेड और 63 प्राइवेट बेड होंगे।

यह विभाग और यूनिट करेंगी काम

निदेशक ने बताया कि पहले फेज में 12 विभाग और चार यूनिट काम करेंगी। इनमें जनरल पीडियाट्रिक, पीडियाट्रिक एंकोलॉजी, पीडियाट्रिक इमरजेंसी, पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर, पीडियाट्रिक सर्जरी, पीडियाट्रिक गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी, पीडियाट्रिक इंडोक्राइनोलॉजी आदि विभाग शामिल हैं जबकि यूनिट में पीडियाट्रिक पल्मोनोलॉजी, पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी, डे केयर और पीडियाट्रिक मेडिकल जेनेटिक शामिल हैं। वहीं पहले फेज में सबसे ज्यादा 60 बेड जनरल पीडियाट्रिक के होंगे। इसी तरह दूसरे फेज में अतिरिक्त नौ विभाग और दो यूनिट काम करेंगी। इनमें पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी, पीडियाट्रिक न्यूरोसर्जरी, पीडियाट्रिक यूरोलॉजी और पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक एंड फिजीकल मेडिसिन आदि विभाग शामिल हैं जबकि यूनिट में सोशल पीडियाट्रिक्स और डेवलपमेंटल पीडियाट्रिक यूनिट शामिल हैं।

Raj Dharm UP

अब भिखारियों की कुंडली खंगालेगी पुलिस, कमिश्नर ने दिए सूची तैयार करने के आदेश

हनुमान सेतु मंदिर के बाहर प्रसाद वितरण के दौरान हुई घटना के बाद जागी पुलिस इससे पहले भी हो चुकी हैं कई घटनाएं, लेकिन तब कुम्भकरणी नींद सो रहा था प्रशासन ए अहमद सौदागर लखनऊ। राजधानी लखनऊ की मशहूर हनुमान सेतु मंदिर के बाहर मंगलवार को प्रसाद लेने वालों की भीड़ लगी थी। इसी दौरान […]

Read More
Raj Dharm UP

नहीं रहे सीतारामः मौत का दोषी कौन, लॉरी… डॉ. रविकांत या सिस्टम?

लाख जतन के बाद आखिरकार रात 10 बजे लग पाया था पेसमेकर तड़के सुबह पांच बजे के आसपास लॉरी में ही ली अंतिम सांस भौमेंद्र शुक्ल लखनऊ। संतकबीर नगर निवासी सीताराम पांडेय की मौत रविवार की अलसुबह हो गई। वो हृदय रोग की गम्भीर बीमारी के चलते राजधानी लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) […]

Read More
Raj Dharm UP

सड़क सुरक्षा के दावे फेल: खिलौना बनी ज़िन्दगी

सड़क हादसों में आए दिन जा रही हैं जानें ए अहमद सौदागर लखनऊ। यूपी के अलावा अन्य राज्यों में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए सरकारों ने अनगिनत योजनाएं शुरू की, लेकिन योजनाओं की लेट-लतीफी, अव्यवस्था, सड़क पर वाहनों की बढ़ती भीड़ और बेतरतीब रफ्तार ने जिन्दगी को खिलौना बना दिया है। आए दिन […]

Read More