- संदीपन घाट थाना क्षेत्र और चरवा थाना क्षेत्र में बेखौफ लकड़ी माफिया काट रहे हैं हरे फलदार पेड़
कौशाम्बी। वन विभाग के अधिकारियों की निरंकुशता और विभागीय कर्मचारियों की सांठगांठ के चलते पूरे जिले में हरे फलदार पेड़ों की सुरक्षा खतरे में आ गई है आए दिन हरे फलदार पेड़ लकड़ी माफिया काटकर लकड़ियां उठा ले जाते है और जांच के नाम पर वन विभाग के अधिकारी ड्रामेबाजी तक सीमित है कोखराज इलाके में एक महीने के बीच सैकड़ों हरे फलदार पेड़ काटने का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि संदीपन घाट थाना क्षेत्र के मालक मोहिउद्दीनपुर कछार इलाके में लकड़ी माफियाओं का गैंग पहुंच गया है और दर्जनों लकड़ी माफिया प्रतिदिन इलाके में हरे फलदार पेड़ काट कर उठा ले जाते हैं और स्थानीय पुलिस के साथ वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मूक दर्शक बने हुए है जिससे क्षेत्र के हरे पेड़ों की संख्या दिनों दिन कम होती जा रही है।
एक दिन पहले फिर संदीपन घाट थाना क्षेत्र के मालक मोहिउद्दीन पुर कछार गांव में तीन हरे नीम के विशाल हरे पेड़ को लकड़ी माफियाओं ने इलेक्ट्रॉनिक आरा मशीन से काटकर जमीन पर गिरा दिया और उसकी लकड़ियों को लकड़ी माफिया वाहनों में भरकर उठा ले गए हैं शिकायत के बाद भी थाना पुलिस और वन विभाग लकड़ी माफियाओं को हरे पेड़ों की लकड़ियों समेत गिरफ्तार नहीं कर सके है जिससे संदीपन घाट थाना पुलिस और वन विभाग के रेंजर की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है।
चरवा थाना क्षेत्र के सैयद सरावां पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत कमालपुर में लकड़ी माफिया ने फिर एक हरे नीम का पेड़ काट दिया है स्थानीय पुलिस से लेकर के वन विभाग के अधिकारी हरे पेड़ को काटते हुए देखते रह गए हैं लकड़ी माफिया हरे पेड़ की लकड़ियां उठा ले गए हैं शिकायत के बाद भी लकड़ी काटने में लगे लकड़ी माफियाओं पर कार्रवाई नहीं हुई है या एक दिन का मामला नहीं है इलाके में प्रतिदिन लकड़ी माफिया हरे पेड़ को बेखौफ तरीके से काट रहे हैं और विभाग के अफसर उन पर रोक लगाते नहीं दिख रहे हैं जिससे हरियाली पूरी तरह से नष्ट हो रही है लोगों ने सूबे के मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए हरे फलदार हरे पेड़ों के कटान पर रोक लगाए जाने की मांग की है।