लखनऊ । उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल श्री राम नाईक की संस्मरणात्मक पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ का शनिवार छह जनवरी को अब बांग्ला अनुवाद विमोचित होगा। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस, केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल व त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल तथागत रॉय की उपस्थिति में कोलकाता के भारतीय भाषा परिषद सभागार में ‘चरैवेति! चरैवेति!! के बांग्ला अनुवाद का लोकार्पण होगा। चाणक्य वार्ता प्रकाशन समूह द्वारा यह अनुवाद प्रकाशित हो रहा है।
नाईक ने अपने राज्यपाल पद के कार्यकाल में वर्ष 2015 में मराठी अखबार ‘सकाल’ में अपने संस्मरण लिखे थे । बाद में इन संस्मरणों का संकलन मूल मराठी ‘चरैवेति! चरैवेति!! अप्रैल 2016 में प्रकाशित हुई। इस पुस्तक की पाठकों ने काफी सराहना की जिसके कारण बाद में विभिन्न प्रकाशन संस्थाओं ने अलग-भाषाओं में ‘चरैवेति! चरैवेति!! के अनुवाद प्रकाशित किए। अब तक यह पुस्तक मराठी, हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत, गुजराती, सिन्धी, असमिया, तमिल इन भारतीय भाषाओं में व फारसी,अरबी, जर्मन इन विदेशी भाषाओं में विमोचित हुई है। दृष्टिहीनों के लिए यह पुस्तक मराठी, हिन्दी तथा अंग्रेजी में ब्रेल लिपि में भी उपलब्ध है। अब विमोचित होनेवाला बांग्ला अनुवाद ‘चरैवेति! चरैवेति!! का सोलहवां संस्करण है।