- भारत की प्रगति में जनरल इन्श्योरेन्स की अहम भूमिका
- समय के बदलाव के साथ ही जोखिमों के प्रकार में भी बदलाव आया
- अयोध्या में देखें कैसे यूपी की सरकार ने असंभव को संभव कर दिखाया
- काशी के कारीडोर ने बदल दिया बनारस का डेवलेपमेन्ट प्रोसेस
- भारत तकनीक के प्रयोग में तमाम बडे देशों से भी आगे निकला
- विपक्षी दलों की सरकारों के समय में यूपी में होता था वन डिस्ट्रक्ट वन माफिया, अब है वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज,
लखनऊ। राज्यसभा सांसद व पूर्व उत्तर प्रदेश डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि किसी भी तरह का प्रशिक्षण व्यक्ति अथवा अधिकारी की योग्यता को बढाता है। सर्वेयर के लिए भी प्रशिक्षण सभी तरह के नियम कायदे सीखने में सहायक होता है। भारत की प्रगति में जनरल इन्श्योरेन्स की अहम भूमिका है। होटल रमाडा, लखनऊ में भारतीय बीमा सर्वेक्षणकर्ता एवं हानि मूल्यांकनकर्ता संस्थान (उत्तर प्रदेश चैप्टर) के तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप 22 प्रदेशों से पधारे हजारों सर्वेक्षणकर्ता एवं मूल्यांकनकर्ताओ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समय के बदलाव के साथ ही जोखिमों के प्रकार में भी बदलाव आया है। अब उसके अनुरुप कार्य करने की जरूरत है। आज देश में एक लाख से अधिक सर्वेयर है। समय की मांग है कि उनकी योग्यता का देशहित में अन्य क्षेत्रों में भी उपयोग किया जाए। इससे तमाम बेहतर विकल्प सामने आ सकते हैं। आज देश में सर्वेयर की कुछ कमी है जिसे दूर करने की जरूरत है। डॉ शर्मा ने कहा कि वे इस बिन्दु को सरकार में उचित स्थान पर रखकर निराकरण कराने का प्रयास करेंगे। प्रदेश में सर्वेयर के लिए संस्थान खुलने का सुझाव अच्छा है और इसे सरकार के समक्ष रखेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत में 12 रुपए साल किस्त देने की ऐसी भी योजना है जिसे लेने के बाद यदि दुर्घटना होती है बीमा कराने वाले के परिजनों को दो लाख तक का जोखिम कवर होता है। बीमा अब लोगों के जोखिम कम कर रहा है। उनका कहना था कि एक अच्छा सर्वेयर वहीं है जो देश विदेश में होने वाली अपने क्षेत्र की घटनाओं पर नजर रखते हुए विशेषज्ञता हासिल करें । यह भविष्य में सफलता की कुंजी है। उन्होंने उपस्थित सर्वेयरों से कहा कि विकास की नई रफ्तार और रूप को देखने के लिए वे अयोध्या जाए और देखे कि कैसे यूपी की सरकार ने असंभव को संभव कर दिखाया है। वाराणसी में जाएंगे तो पाएंगे कि काशी के कारीडोर ने किस प्रकार से वहां पर डेवलेपमेन्ट प्रोसेस को बदल दिया है। श्रद्धा के साथ ही लोगों की आय भी बढ रही है। यही हाल अयोध्या का भी हो रहा है। ये अर्थतंत्र के नए केन्द्र हैं। बुन्देलखण्ड का डिफेन्स कारीडोर वहां की नई पहचान है। PM मोदी और सीएम योगी के समन्वय ने प्रदेश की दिशा दशा बदल दी है। आज यूपी सबसे अधिक ग्रोथ रेट व रोजगार देने वाला प्रदेश बन गया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के प्रणेता पं0 दीनदयाल उपाध्याय का कहना था कि देश तभी खुशहाल होगा जब व्यक्ति चिन्ता के साथ नहीं बल्कि चैन की नींद सो पाएगा। आज व्यक्ति को तमाम तरह की चिन्ता है जो उसके दुखों का कारण है। उसे केंद्र और प्रदेश की सरकार दूर कर रही है उनका कहना था कि आज के समय में पडोसी का सुख व्यक्ति के दुख का सबसे बडा कारण है। उन्होंने कहा कि पहले भारत को सोने की चिडिया कहा जाता था जिसे आक्रान्ताओं ने लूटा था पर अब भारत के प्रतीक चिन्ह में दहाडता हुआ शेर है जो बदले हुए भारत की कहानी कह रहा है। ये ऐसा भारत है जो पाकिस्तान के अन्दर तक घुस कर मार करता है। किसी समय में पानी के लिए बारिश पर होने वाली निर्भरता अब कम हुई है और सिंचाई के लिए नहरों से तथा पीने के लिए नल से पानी उपलब्ध हो रहा है। गुजरात में तो नर्मदा का पानी राजकोट तक पहुचा दिया गया। आज बुन्देलखण्ड में महिलाओं को पानी के लिए दूर नहीं जाना पडता है बल्कि उनके घर में ही नल से पानी आ रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में भारत पूरी तरह से बदल गया है और तकनीक के प्रयोग में तो तमाम बडे देशों से भी आगे निकल गया है। किसी समय में डाकिया डाक लाता था वह आश्चर्य का विषय बनता था पर आज गांव में बैठी वृद्ध दादी भी वीडियों काल पर पोते से हालचाल ले लेती है। उन्होंने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय यूपी सरकार ने चीन छोडकर जा रही कम्पनियों से सम्पर्क कर उन्हे प्रदेश में लाने के प्रयास किए और सफल भी हुई। इसका परिणाम है कि आज देश में बनने वाले 100 मोबाइल में से 70 उत्तर प्रदेश में बन रहे हैं। भाजपा सरकार के आने के बाद से उत्तर प्रदेश में विकास की क्रान्ति हुई है। पहले यूपी में जहां मात्र दो हवाई अड्डे थे वहीं आज प्रदेश में 20 हवाई अड्डे हैं। पूर्व की विपक्षी दलों की सरकारों के समय में वन डिस्ट्रक्ट वन माफिया हुआ करता था वहीं आज प्रदेश के हर जिले में एक मेडिकल कालेज है। यह बदला हुआ यूपी है जो शिक्षा के क्षेत्र में भी शिखर पर पहुच गया है। सूबे में 17 एक्सप्रेस वे बन गए है और प्रदेश की पहचान एक्सप्रेस वे से होने लगी है। उत्तर प्रदेश में अब कानून का राज है और वसूली करने वाला माफिया अब यहां दिखाई नहीं देता है।
उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान होने वाली चर्चा के निष्कर्षो पर रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजने का सुझाव भी दिया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक मनोज गुप्ता, आईआईआईएसएलए के राष्ट्रीय सचिव निर्मल त्रिपाठी, उत्तर जोन के अध्यक्ष केके सिधार, पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार, कार्यक्रम आयोजक एलएस चौहान, ईश कुमार श्रीवास्तव एवं राकेश बिहारी श्रीवास्तव सहित देश के अनेक राज्यों तथापि केरला, असम, जम्मू एंड कश्मीर, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सिक्किम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, बिहार एवं उत्तर प्रदेश के प्रशिक्षु सम्मिलित हुए।