सुमित मोहन श्रीवास्तव
फरेंदा/महराजगंज। महराजगंज जिले के आनन्द नगर रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात गोरखपुर से आनंद बिहार जाने वाली 12571 अप हमसफ़र एक्सप्रेस ट्रेन से एक शख्स की कटकर मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त लखनऊ निवासी 40 वर्षीय सत्य प्रकाश के रूप में हुई। वे नौतनवां में एडीबी (कृषि विकास बैंक) में शाखा प्रबंधक थे। सत्यप्रकाश आनन्द नगर स्टेशन से हमसफ़र एक्सप्रेस से अपने घर लखनऊ जाने के लिए ट्रेन पर चढ़ ही रहे थे कि उनका पैर फिसल कर ट्रेन और प्लेटफ़ॉर्म के बीच फंस गया। जब तक वे बचाव के लिए आवाज लगाते कि ट्रेन चल दी। कुछ ही देर में उनका शरीर टुकड़ों में हो गया,उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
बताते हैं कि इस रूट से दिल्ली तक जाने वाली यह महत्वपूर्ण ट्रेन अमूमन प्लेट फार्म एक पर रुकती है। लेकिन घटना के रोज वह ट्रेन प्लेटफार्म नंबर तीन पर आई। इस रेलवे स्टेशन पर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने के लिए सिर्फ एक ही सीढ़ी है। यह तब सुविधाजनक है जब ट्रेनों के किस प्लेटफार्म पर आने की सूचना सही समय पर हो। इस स्टेशन पर लापरवाही का आलम यह है कि ट्रेनों के आने की सूचना अलाउंस तो होती है। लेकिन किस प्लेटफार्म पर आएगी यह कम बताया जाता है। शनिवार को आने वाली हमसफ़र एक्सप्रेस के बारे में भी ऐसा ही हुआ होगा और आखिरी क्षंण में ट्रेन के तीन नंबर प्लेटफार्म पर आने की सूचना से हड़बड़ी में ट्रेन पकड़ने या अपनी बोगी तलाशने में युवा बैंक अफसर की जान चली गई।
लापरवाही का आलम यह था कि इस महत्वपूर्ण ट्रेन आने के समय विजली न रहने पर स्टेशन का जनरेटर भी बंद था जबकि यह नियम है कि ट्रेन आने व जाने के समय विजली न रहने पर जनरेटर का चलना आवश्यक है। निश्चित रूप से इस दुर्घटना में मुख्य रूप से आनंदनगर रेलवे स्टेशन के जिम्मेदारों की लापरवाही ही सामने आई है। दुघटना कि सूचना पर बैंक अफसर के परिजन लखनऊ से आ गए हैं। शव को राजकीय रेलवे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।