प्योंगयांग । डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (DPRK) के शीर्ष नेता किम जोंग उन ने दक्षिण कोरिया को एक बड़ा दुश्मन बताते हुए अपने देश से आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कहा है। आधिकारिक कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) ने बुधवार को यह जानकारी दी। KCNA की रिपोर्ट के अनुसार वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया (WPK) के महासचिव एवं DPRK के राष्ट्रीय मामलों के अध्यक्ष किम जोंग उन ने इस सप्ताह की शुरुआत में प्रमुख युद्ध सामग्री कारखानों के निरीक्षण के दौरान यह टिप्पणी की।
KCNA की रिपोर्ट में कहा गया है कि किम ने इस बात पर जोर दिया कि जब दक्षिण कोरिया के साथ अपने संबंधों की बात आती है तो DPRK को आत्मरक्षा और परमाणु युद्ध निवारक के लिए सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने को प्राथमिकता देनी चाहिए। DPRK नेता ने कहा कि ऐतिहासिक समय आखिरकार आ गया है। जब DPRK को दक्षिण कोरिया को सबसे शत्रुतापूर्ण राज्य के रूप में परिभाषित करना चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया कि उन्होंने जोर दिया कि एक पदनाम जिस पर उनके देश को “अपरिहार्य और अपरिवर्तनीय वास्तविकता” के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया ने लगभग 80 वर्षों तक हमारे शासन और सामाजिक व्यवस्था को उखाड़ फेंकने के लिए खून से सनी आंखों के साथ क्रूर टकराव के इतिहास का अनुसरण किया है।
किम ने कोरियाई प्रायद्वीप पर गंभीर सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्पष्ट किया कि DPRK की ओर से किसी भी तरह से एकतरफा कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की जायेगी। लेकिन उसका युद्ध से बचने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दक्षिण कोरिया DPRK के खिलाफ सशस्त्र बलों का उपयोग करने का प्रयास करता है या उसकी संप्रभुता और सुरक्षा को खतरे में डालता है, तो उनके देश को सभी साधनों और बलों को जुटाकर दक्षिण कोरिया को नष्ट करने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी। DPRK नेता की नवीनतम कड़े शब्दों वाली बयानबाजी दोनों देशों के बीच शत्रुता में हालिया वृद्धि के बाद आई है। (वार्ता)