डॉ दिलीप अग्निहोत्री
इस समय देश में श्रीराम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उल्लास उमंग का माहौल है। जगह जगह शोभा यात्रायें निकल रहीं हैं। दूसरी तरफ इंडी गठबंधन के नेताओं में अस्था पर प्रहार की होड़ लगी है। अयोध्या में श्रीराम मन्दिर निर्माण ने इनको मानसिक रूप से विचलित कर दिया है। इनके संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही तरीका बताया है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी शुभ कार्य की तिथि है। इसलिए नकारात्मक विचारों पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है। हमारे मन भाव और कार्य सकारत्मक होने चाहिए। इसके पहले 30 दिसंबर को नरेंद्र मोदी ने अयोध्या आए थे। उस समय भी उन्होंने सकारत्मक संदेश ही दिया था। 22 जनवरी की संध्या पर देशवासियों से श्रीराम ज्योति प्रज्जवलित करने का आह्वान किया था।
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पहुँच कर 22 जनवरी के आयोजन सम्बन्धी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। समीक्षा की। अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। किसी प्रकार की लापरवाही ना करने की चेतावनी दी। उनकी अयोध्या यात्रा में अस्था थी। सकारत्मक विचार था। इंडी नेताओं के बयानों को उन्होंने कोई महत्व नहीं दिया। योगी ने केवल जनता के उत्साह पर ध्यान दिया। राममय हो रहे वातावरण को देखा। इसलिए कहा कि देश दुनिया का ध्यान अयोध्या के आयोजन पर है। इसलिए कहा कि व्यवस्था में किसी प्रकार की कमी नहीं चाहिए। अयोध्या पहुँचने वाले किसी भी व्यक्ति को कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा का यह ऐतिहासिक कार्यक्रम सभी सनातन आस्थावानों के लिए हर्ष-उल्लास, गौरव और आत्मसंतोष का अवसर है। पूरा देश राममय है। 22 जनवरी को सायंकाल हर देव मंदिर में दीपोत्सव मनाया जाएगा। हर सनातन आस्थावान अपने घरों व प्रतिष्ठानों में रामज्योति प्रज्ज्वलित कर रामलला का स्वागत करेगा। सभी सरकारी भवनों की साज-सज्जा कराई जाए। सायंकाल आतिशबाजी के भी प्रबंध हो। लखनऊ से अयोध्या पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि परिसर के अस्थायी मंदिर में रामलला की आरती उतारी। विधिवत पूजा-अर्चना की।
योगी आदित्यनाथ ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से आम जनमानस के भावनात्मक जुड़ाव को देखते हुए 22 जनवरी को प्रदेश के शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित करने के निर्देश दिए हैं। इस विशिष्ट अवसर को ‘राष्ट्रीय उत्सव’ की संज्ञा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि 22 जनवरी को प्रदेश में मदिरा आदि की दुकानें बंद रखी जाएं। योगी ने कहा कि अयोध्या में होटल और धर्मशालाएं हैं। होम स्टे की व्यवस्था भी है। टेंट सिटी की संख्या और बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। कुंभ की तर्ज पर अयोध्या में 25-50 एकड़ में एक भव्य टेंट सिटी तैयार कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी के उपरांत अयोध्या में दुनिया भर से रामभक्तों का आगमन होगा। उनकी सुविधा के लिए पूरे नगर में विभिन्न भाषाओं में साइनेज लगाए जाएं।
संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित भाषाओं और संयुक्त राष्ट्र की छह भाषाओं में साईनेज हों। धर्म पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, राम पथ जैसे प्रमुख मार्गों, गलियों में धूल न उड़े, गंदगी न हो। जगह-जगह कूड़ेदान रखे हों। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने तीर्थ क्षेत्र पुरम् में मुख्यमंत्री को ट्रस्ट द्वारा विकसित टेंट सिटी का भ्रमण कराकर तैयारियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने परिसर में महंत अवेद्यनाथ नगर, ओंकार भावे नगर, वामदेव महाराज नगर सहित सभी नगरों में भ्रमण कर व्यवस्था देखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि साफ-सफाई को शीर्ष प्राथमिकता दें। स्वच्छता की व्यवस्था कुंभ जैसी हो।