
लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने नगर निगम, लखनऊ द्वारा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में आयोजित आंगनवाड़ी किट वितरण कार्यक्रम में 500 आंगनबाड़ी केंद्रों को सुसज्जित करने हेतु प्री स्कूल किट तथा 10 अति कुपोषित बच्चों को ‘मिलेट पोषण किट’ का वितरण किया। ज्ञातव्य है कि राज्यपाल जी की प्रेरणा से प्रदेश में आंगनवाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाये जाने हेतु 9000 से अधिक आंगनवाड़ी किट प्रदान किये जा चुके हैं। कार्यक्रम में कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत आंगनबाड़ी किट वितरण हेतु सहयोग करने वाली संस्थाओं स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया, रामा कृष्णनन पेस्टीसाइड्स, मेदांता ग्रुप, मेडिकल कार्पोरेशन और करम इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों को राज्यपाल जी द्वारा प्रशस्ति पत्र भी वितरित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने आंगनबाड़ी केन्द्र को सुविधा सम्पन्न बनाये जाने व बच्चों के शिक्षण एवं खेलकूद हेतु साधन प्रदान करने के लिए सहयोगकर्ताओं को बधाई दिया व कहा कि गरीब, झोपड़पट्टी में रहने वाले व अनाथ बच्चों की परवरिश, शिक्षण, स्वास्थ्य, संस्कार व उनके भविष्य के लिए समाज को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र के निरीक्षण दौरान बच्चों को कुर्सी, टेबल पर बैठकर पढ़ता देख, खिलौने खेलते हुए आनंदित होते हुए देखती हूं तो मुझे स्वयं में विशेष आनंद की अनुभूति होती है। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा एवं संस्कार से वंचित बच्चे बड़े होकर गलत कार्यों में लिप्त हो जाते हैं, ऐसे बच्चों को शुरू से ही अच्छा परिवेश दिए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा की यदि समाज से बेकारी घटाना है, कानून और व्यवस्था को अच्छा करना है तो उसका एकमात्र विकल्प शिक्षा है। उन्होंने कहा कि यदि बच्चे को अच्छी शिक्षा एवं सही दिशा मिल जाती है।
तो वह अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है। राज्यपाल ने आज सीएसआर के तहत आंगनबाड़ी किट प्रदान करने वाले संस्थाओं से अपेक्षा की कि वे आसपास के आंगनबाड़ी केंद्रों का भ्रमण करें व बच्चों से संवाद स्थापित करे। राज्यपाल ने कहा कि केजी से पीजी तक की शिक्षा को आपस में जोड़ें क्योंकि केजी में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चे ही आगे विश्वविद्यालय में भी शिक्षा ग्रहण करने को प्रेरित होंगे। उन्होंने प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्र व प्राथमिक विद्यालय में पात्र बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करने को कहा। राज्यपाल जी ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को छोटे बच्चों को पढ़ाने हेतु उचित प्रशिक्षण दिए जाने की आवश्यकता बताई।इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि सरकार की सभी योजनाओं का लाभ हर घर और हर लाभार्थियों तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक हम एकजुट होकर कार्य नहीं करेंगे एक दूसरे का सहयोग नहीं करेंगे तब तक सरकार की योजनाओं का कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि सबको घर मिले, सबको शिक्षा मिले, सबको शुद्ध पानी मिले। शुद्ध पानी और शुद्ध आहार से बीमारियां दूर होती हैं।
राज्यपाल ने समाज में गरीबी, बीमारी, कुपोषण इत्यादि के कारण और कमियों का पता लगाकर उनके निस्तारण हेतु कहा। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी शक्तियों का प्रयोग जनकल्याण के लिए करें। जो भी योजनाएं बने उसका सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित हो, तथा सरकार द्वारा प्राप्त बजट की समीक्षा हो व उसका उचित उपयोग किया जाए। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि जहां आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां सजग हैं वहां बच्चे भी सजग हैं। सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर छोटी-छोटी गतिविधियां, खेल प्रतिस्पर्धा, भाषण आदि की स्वस्थ प्रतियोगिता का आयोजन होना चाहिए, इससे बच्चे आगे बढ़ेंगे।
इस अवसर पर राज्यपाल ने महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा आयोजित शाकभाजी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।