नई दिल्ली। केरल पर्यटन विभाग वर्ष 2024 में नये कीर्तिमान स्थापित करने के प्रयास के तहत हेली-टूरिज्म सहित कई योजनाओं को नया रूप दे रहा है। पर्यटन निदेशक पीबी नूह ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि केरल व्यापक हेली-टूरिज्म की नीति लाने वाले देश का पहला राज्य है। इसके तहत हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाताओं की ओर से पेश किये गये पैकेजों का विवरण देने वाली एक माइक्रो-साइट बनायी गयी है। यह एक ही बार में विभिन्न स्थलों की यात्रा करने की योजना बना रहे पर्यटकों के लिये बहुत मददगार सिद्ध होगी। इससे राज्य परस्पर जुड़ा एक पर्यटन हॉटस्पॉट बन जायेगा।
उन्होंने बताया कि केरल को वैश्विक एडवेंचर टूरिज्म मानचित्र पर लाने के उद्देश्य से सरकार ने इस वर्ष चार अंतरराष्ट्रीय साहसिक खेल (एडवेंचर स्पोर्टस) आयोजनों की मेजबानी करने का निर्णय लिया है। राज्य में पहाड़ों, नदियों, समुद्र तटों और नहरों का मिश्रण होने के कारण बिग टिकट वाला एडवेंचर टूरिज्म कार्यक्रम भी शुरू किया जाने वाला है। इससे इस क्षेत्र में अपार संभावनायें उत्पन्न होंगी। नूह ने कहा कि सरकार डेस्टिनेशन वेडिंग के लिये अनुकूल माहौल बनाने, दुनिया भर से जोड़ों को आकर्षित करने और पर्यटन एवं स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिये प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि केरल पर्यटन की संशोधित रणनीति नये गंतव्यों को पेश करने, नवीन पर्यटन सर्किट बनाने, बुनियादी ढांचे के विकास और क्षमता निर्माण परियोजनाओं में निवेश करने, पुरस्कार विजेता जिम्मेदार पर्यटन पहल को व्यापक बनाने पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि नयी परियोजनाओं के साथ-साथ राज्य के मुख्य प्राकृतिक आकर्षण के केन्द्र जैसे समुद्र तट, हिल स्टेशन, हाउस बोट और बैक वाटर, आगंतुकों के अनुभव की समृद्ध करेंगे। एडवेंचर वेलनेस और रिस्पांसिबल टूरिज्म को पूरे जोश के साथ आगे बढ़ाया जायेगा। (वार्ता)