- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सफेद बारादरी में ग्रामश्री एवं क्राफ्ट रूट्स की हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी का किया उद्धाटन
- सीएम बोले, एग्जीबिशन से जुड़े हस्तशिल्प प्रेरणा का स्रोत, वह आत्मनिर्भर होने के साथ लोगों को दे रहे रोजगार
लखनऊ। हैंडीक्राफ्ट एग्जीबिशन देखने में भले ही छोटी लग रही है, लेकिन यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से प्रदेश में वर्ष 2018 में परंपरागत उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए एक जिला एक उत्पाद का एक अभिनव कार्यक्रम शुरू किया गया। इसमें प्रदेश के सभी 75 जिलों के एक यूनिक प्रोडेक्ट का चयन कर उसकी मार्केटिंग की गई। इससे परंपरागत उद्याेग को एक नई दिशा और वैश्विक पटल पर पहचान मिली। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कैसरबाग स्थित सफेद बारादरी में आयोजित ग्रामश्री एवं क्राफ्ट रूट्स की हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी के उद्धाटन समारोह में कही।
उत्तर प्रदेश में पोटेंशियल की कोई कमी नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के कारीगरों और हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित करने एवं उनके प्रशिक्षण के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना चलायी जा रही है। इसके तहत उन्हे मानदेय और टूलकिट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि लैंडलॉक्ड स्टेट कहा जाने वाला उत्तर प्रदेश का दो से तीन वर्ष के अंदर एक्सपोर्ट दो गुने से अधिक हो गया। कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने कई अभिनव प्रयोग किये। उन्होंने इन प्रयोगों से महिला सशक्तीकरण को जोड़ा, जो काम से वंचित थीं। उन्हे जब मौके मिला तो उन्होंने अपने हुनर का प्रदर्शन कर साबित कर दिया कि प्रदेश में पोटेंशियल की कमी नहीं है। आज गवर्नर आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। हैंडीक्राफ्ट से जुड़े कारीगर और हस्तशिल्प प्रेरणा का स्रोत हैं क्योंकि वह आत्मनिर्भर होने के साथ दूसरों को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। कोरोना कालखंड में प्रदेश में 40 लाख से अधिक लोग आए। उन्हे रोजगार उपलब्ध कराना हमारे लिये बड़ा चैलेंज था। ऐसे में सरकार के आह्वान पर प्रदेश की 96 लाख एमएसएमई यूनिट ने इन्हे काम देकर संकट की घड़ी में साबित कर दिया कि उत्तर प्रदेश में कुछ भी असंभव नहीं है। इतना ही नहीं आज प्रदेश की ओडीओपी योजना अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी संस्थाओं से जुड़ी हुई हैं और इसे नई पहचान दे रही हैं।
आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार कर रहे हैंडीक्राफ्ट एग्जीबिशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने गुजरात से ग्राम स्वराज की नई प्रेरणा दी। यहां पर ग्रामश्री संस्था का जन्म होना सौभाग्य की बात है। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज को आगे बढ़ाते हुए हस्तशिल्पियों और कारीगरों को टेक्नोलॉजी से जोड़ नई दिशा दी है। संस्था हैंडीक्राफ्ट एग्जीबिशन के जरिये देश के विभिन्न राज्यों के कारीगरों की कुशलता को आपस में आदान-प्रदान कर इसे नया रूप दे रही है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल विजन को दर्शाती हैं। सीएम योगी ने कहा कि ग्रामश्री संस्था की तरह अन्य संस्थाओं को भी आगे आना चाहिये ताकि पूरा विश्व देश के कारीगरों के हुनर को जान सके। पहले देश में पर्व और त्यौहार आने पर चीन द्वारा निर्मित सामान देश की मार्केट में छा जाते थे। उनकी कोई क्वालिटी नहीं होती थी। ऐसे में हमने महिला स्वयं सहायता समूह को प्रोत्साहित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भावनाओं के अनुरुप जब उन्होंने काम शुरू किया जो देश ही नहीं विदेशों में भी ओडीओपी योजना के तहत प्रदेश के उत्पाद छा गये। इतना हीं नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी विदेशी दौरे पर जाते हैं। तो वह देश के किसी न किसी राज्य के प्रोडेक्ट को मेहमानों को भेंट स्वरूप देते हैं, जो यह दर्शाता है कि इस फील्ड में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की एग्जीबिशन टेक्नोलॉजी के आदान प्रदान के साथ एक दूसरे की विद्या और परंपरा को जानने का अवसर देती है। साथ ही मार्केट की आवश्यकता और डिमांड के अनुसार सप्लाई चैन के साथ जोड़ने में भी मदद करती है। एग्जीबिशन के माध्यम से सभी एकजुट होकर आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं। इसके लिए सीएम योगी ने उनका आभार प्रकट किया। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में 500 वर्षों के बाद प्रभु श्रीराम लला विराजमान होने जा रहे हैं, इसके लिए मैं आप सभी को शुभकामनाएं और बधाई देता हूं। कार्यक्रम में गवर्नर आनंदीबेन पटेल, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, मंत्री आशीष पटले और मेयर सुषमा खर्कवाल आदि शामिल हुए।