- विधवा वुजुर्ग मां को लावारिस छोड़कर भागजाने वाले बहूवेटे के खिलाफ गांव वालों ने दी पुलिस मे तहरीर
विजय श्रीवास्तव
लखनऊ । जनपद सिद्धार्थ नगर के ढेबरुआ थाना क्षेत्र के पुलिस चौकी बढ़नी अंतर्गत, विकास खंड बढ़नी के ग्राम सभा मधवानगर का एक ऐसा मामला सामने आया है। जो पारिवारिक रिश्ते को शर्मशार कर रहा है। बताया जाता है कि एक बुजुर्ग महिला जिसका नाम राजपति पत्नी स्वर्गीय दशरथ मौर्य है। जिनके एक बेटा धर्मेंद्र व एक बेटी थी। पिता के मरने के बाद आधी जमीन वेटे को व आधी मां को मिली थी वेटा अपनी बेंचकर खापीकर खतम करने के बाद मां की भी कुछ जमीन विकवाकर उड़ाया जो बची थी । बहू शेषमति ने सास को फुसलाकर सेवा करने का झांसा देकर अपने नाम दान पत्र बैनामा करवा कर कुछ दिन सास का सेवाकर अब लावारिस छोड़कर मैके ग्राम सेमरा थाना इटवा मे रहकर वहीं से वेंचकर सब खतम कर रही है घर पर अकेली बीमार बुजुर्ग महिला खाना पानी बनाने में असमर्थ हैं। और इस समय दाने दाने को मोहताज है।
कोई उसका देखभाल करने वाला जिम्मेदार व्यक्ति घर पर मौजूद नहीं है। कड़ाके के इस ठंड के मौसम में दिन रात बुजुर्ग महिला बचाने बचाने की आवाज लगाकर मदद की गुहार लगाती रहती है। तो कभी घर के बाहर नाली में बेसुध होकर गिर जाती हैं और चिल्लाती रहती है। उसके पीड़ा की आवाज सुनकर मोहल्ले के आस पास के लोगों को वुजुर्ग की हालत देखकर नींद नही आती है। लोग रातों में उठकर भी कुछ मदद कर देते हैं। लेकिन उसे इस हालात में किसी अपने की जरूरत है। गांव के लोगों का कहना है कि आखिर में मरने के बाद मकान व एक बीघा जमीन के लिए तमाम दावेदार सामने आयेंगे लेकिन आज इस मुसीबत की घड़ी में कोई नजर नहीं आ रहा है।
गांव वालों ने कहा इस बुजुर्ग महिला के कई रिस्तेदार बढ़नी क्षेत्र में समाजसेवी व शासन सत्ता से जुड़े राजनैतिक पदों पर हैं। हम सभी लोग आशा और उम्मीद करते हैं कि अगर यह खबर उनके सगे संबंधियों तक पहुंच रही है तो मदद के लिए आगे आना चाहिए। गांव के जागरूक लोगों ने बीते रविवार को डायल 112 पुलिस को सूचना देते हुए कुछ रिस्तेदारो के साथ हस्ताक्षर युक्त शिकायती पत्र स्थानीय पुलिस चौकी बढ़नी व थाना ढेबरुआ को दिया है।
जिसमें ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सहित अन्य लोग मौजूद रहे। लोगों की शासन प्रशासन से मांग है कि चाहे बेटा हो या बहु इस हालात में जो भी लोग जिम्मेदार हैं उनको नये कानून के अनुसार गिरफ्त मे लेकर वुजुर्ग महिला का भरण पोषण, इलाज व मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार आदि करने को मजबूर किया जाय । क्योंकि गांव समाज में गलत संदेश जा रहा है। अगर यही चलन रहा तो सामाजिक ताना बाना छिन्न होकर समय घोर कलयुग की उपस्थिति दर्ज करायेगा।
उक्त घटना पर तुलसीपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता अवधेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा उक्त मामला बहुत गंभीर है ऐसे ही नालायक बहूबेटे से उपेक्षित माता पिता के संरक्षण के लिए हिंदू ला मे सरकार ने नया भरण पोषण कानून लागू की है ग्राम प्रधान य गांव वालों को मा०मुख्य मंत्री के पोर्टल व DM य SDM को लिखित सूचना जाकर य रजिस्टर्ड पत्र से देना चाहिए। वे तुरंत कानूनी कार्यवाही कर वारिसों को खोजवाकर मां की सेवा करने को मजबूर करेंगें । ऐसे नालायक बहूबेटे की करतूत समाज मे नजीर कतई नही बनने देना चाहिये।