नई दिल्ली। उद्यम और व्यापार जगत की कुछ बड़ी हस्तियों को इस बार पद्म पुरस्कार मिले। इस श्रेणी में हरियाणा के सीताराम जिंदल का भी नाम शामिल हैं। जिंदल एल्युमिनियम के संस्थापक सीताराम के नाम की घोषणा के बाद उनके संस्थानों के अलावा गांव और उसके आसपास के इलाके में खुशी का जबरदस्त माहौल है।
जिंदल एल्युमिनियम लिमिटेड के संस्थापक सीताराम जिंदल और फॉक्सकान के अध्यक्ष एवं सीईओ यौंग लीयू को पद्म भूषण, जानी-मानी बैंकर कल्पना मोरपरिया और उद्यमी शशि सोनी को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। जिंदल को व्यापार एवं उद्योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। जिंदल का जन्म हरियाणा के नलवा गांव में साल 1932 में हुआ था। वह जिंदल ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के संस्थापक भी हैं।
कौन है सीताराम जिंदल
डॉ. जिंदल ने प्राकृतिक चिकित्सा में स्नातक की डिग्री हासिल की है। उन्हें DSC उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है। डॉ. जिंदल के अथक प्रयास का ही फल है कि दवा रहित स्वास्थ्य समस्या का समाधान करने में हमारा देश सक्षम हुआ। उन्होंने बेंगलुरु में एक प्राकृतिक इलाज और योग अस्पताल की स्थापना की और साल 1978 में इसका नाम इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज (INYS) रखा, जिसे बाद में ‘जिंदल नेचर क्योर इंस्टीट्यूट’ (JNI) के नाम से जाना जाने लगा। डॉ. जिंदल समाज के कल्याण के प्रति संवेदनशील थे। वह विभिन्न सामाजिक और धर्मार्थ गतिविधियों के लिए गुणवत्तापूर्ण समय और पर्याप्त धन खर्च करते थे। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक कल्याण आदि के क्षेत्र में कई धर्मार्थ संस्थानों की स्थापना और संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और 16 से अधिक धर्मार्थ ट्रस्टों और समाजों के संस्थापक हैं जो बड़े पैमाने पर समुदाय की सेवा कर रहे हैं।