
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया और पिछले चार वर्षों में पूंजीगत व्यय को बढ़ाकर तीन गुना कर देने के परिणामस्वरूप देश में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन पर व्यापक गुणक प्रभाव पड़ रहा है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को नए संसद भवन में वित्त वर्ष 2024-25 का अंतरिम बजट पेश करते हुये घोषणा की कि अगले वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय को 11.1 प्रतिशत बढ़ाकर 11,11,111 करोड़ रुपये किया जा रहा है जो सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 3.4 प्रतिशत होगा। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राष्ट्रीय आय के प्रथम अग्रिम अनुमान, जिसे वित्त मंत्री के भाषण के साथ पेश किया गया के अनुसार भारत में वास्तविक GDP वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।(वार्ता)