चेन्नई। तमिलनाडु में कृष्णागिरी जिले के कावेरी नॉर्थ वन्यजीव अभयारण्य में ज्वालागिरी रेंज के आरक्षित वनों में 50 वर्ष के अंतराल के बाद दो बाघ देखे गये हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बाघों को वन विभाग द्वारा लगाये गये कैमरा ट्रैप में रिकॉर्ड किया गया था। मुख्य वन्यजीव वार्डन श्रीनिवास आर. रेड्डी ने कहा कि होसूर की वन्यजीव वार्डन सुश्री के. कार्तिकेयनी ने बताया है कि दो बाघों की प्रत्यक्ष रिकॉर्डिंग है, जिनमें से एक नर बाघ चार-पॉच वर्ष के आयु वर्ग में और दूसरा बाघ आठ-नौ वर्ष के आयु वर्ग में है।
इन दोनों बाघों की तस्वीरें जनवरी 2024 के महीने में ज्वालागिरी रेंज में रिजर्व वन क्षेत्रों के अंदर लगाये गये कैमरा ट्रैप के माध्यम से रिकॉर्ड की गयीं। ज्वालागिरी रेंज हाल ही में अधिसूचित कावेरी साउथ वन्यजीव अभयारण्य के निकट है जो संरक्षित क्षेत्र का एक हिस्सा है। बाघों की उपस्थिति संरक्षण प्रयासों की सफलता को दर्शाती है तथा इससे यह भी पता चलता है कि भनेरघट्टा राष्ट्रीय उद्यान और आस-पास के संरक्षित क्षेत्रों से बाघों की आबादी को समायोजित करने के लिए यह आवास व्यवहार्य है। (वार्ता)