- हिंसा का जवाब बुद्धि, विवेक की भाषा से नही दिया जा सकता: DM
हल्द्वानी/नैनीताल। उत्तराखंड में हल्द्वानी बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में अवैध निर्माण हटाने के दौरान गुरुवार को हुए भारी बवाल के बाद प्रदेश सरकार ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिये हैं। प्रभावित क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस घटना की आंच राजधानी देहरादून तक पहुंच गयी और CM पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और पुलिस महानिदेशक (DGP) अभिनव कुमार के साथ उच्चस्तरीय बैठक बुलायी और हालात की समीक्षा की। बैठक में दंगाइयों से सख्ती से निपटने और देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिये गये।
बताया गया है कि उत्तराखंड के हल्द्वानी में भड़की हिंसाम कब, कैसे और क्यों हुए इसकी पूरी सच्चाई नैनीताल DM वंदना सिंह ने बताई है। उन्होंने इस दौरान कई सारे फुटेज दिखाए। साथ ही, उन्होंने यह दावा किया है कि यह मामूली सा कोई भीड़ का बवाल नहीं था बल्कि एक सोची समझी साजिश थी। उन्होंने अपने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पुलिस ने घटनास्थल पर हिंसा से पहले ना किसी को भड़काया, ना किसी को मारा और ना ही किसी को नुकसान पहुंचाया था। इसके बावजूद हमले किए गए थे।
कब-कहां और कैसे भड़की थी आग?
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने एक वीडियो में दिखाते हुए बताया कि पहला बम भीड़ की तरफ से थाने पर फेंका गया था। इतना ही नहींम थाने के बाहर खड़े वाहनों को भी जलाया गया। इस दौरान थाने में जो पुलिस अफसर फंसे थे उन पर भी अटैक किया गया था।