रायबरेली। उत्तर प्रदेश में रायबरेली से कांग्रेस की सांसद सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्य सभा की सांसदी का नामांकन दाखिल करने के साथ ही रायबरेली की जनता को भावुकता से लबरेज चिठ्ठी जारी की है। सोनिया गांधी द्वारा राज्य सभा मे नामांकन के साथ ही उनका जनता से बरसों पुराना राजनीतिक नाता हालांकि खत्म जरूर हुआ है। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि यहाँ से उनके कई पीढ़ियों के सम्बंध है और यहां के लोग उन्हें और उनके परिवार को वैसे ही संभाल लेंगे जैसे कि अब तक संभालते आये है।
उन्होंने अपने पत्र में अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया और कहा कि बढ़ती उम्र और खराब स्वास्थ्य के कारण उन्हें जनता की सीधी सेवा का अवसर नही मिलेगा मगर यह बात निश्चित है कि उनका मन और प्राण यहां रायबरेली वासियों के पास रहते है। जल्द रायबरेली से लोगो से मिलने का वादा करते हुए सोनिया गांधी ने अपने भावुकता से लबरेज़ पत्र में कहा कि आजादी के बाद हुए चुनाव में यहां के लोगो ने न केवल उनके ससुर फिरोज गांधी और उनकी सास इंदिरा गांधी को गले से लगाया बल्कि उनके लिए भी विषम परिस्थितियों के होने के बावजूद पिछले दो चुनाव में भी बराबर साथ दिया।
गौरतलब है कि साल 2019 के चुनाव में BJP की लहर के बावजूद कांग्रेस रायबरेली से अपनी सीट निकाल ले गयी थी। उन्होंने अपने पत्र के माध्यम से रायबरेली को अपनी ससुराल से मिले एक ऐसे सौभाग्यशाली रिश्ते का दर्जा देते हुए कहा कि उनका परिवार रायबरेली की जनता के बिना पूरा नही होता है। इसी पत्र के साथ सोनिया गांधी ने इस बात के भी संकेत दिए है, कि जल्द ही कांग्रेस का जो भी उम्मीदवार घोषित होगा वह उनके परिवार से ही होगा। कांग्रेस के आंतरिक सूत्रों से भी यही संकेत मिल रहे है कि रायबरेली की कांग्रेस की यह परंपरागत सीट से जल्द ही प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा हो सकती है।(वार्ता)