मुंबई। वैश्विक स्तर के कमजोर संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर बाजार नियामक द्वारा संपदा प्रबंधन कंपनियों को निवेशकों को स्मॉलकैप और मिडकैप फंडों से जुड़े जोखिमों के बारे में अधिक और विस्तृत जानकारी देने की अपील करने से बने दबाव के कारण आज शेयर बाजार में भूचाल आ गया और चौतरफा बिकवाली से बाजार में एक फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गयी।
BSE का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 790.34 अंक लुढ़ककर 73 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 72304.88 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 247.20 अंक टूटकर 21951.15 अंक पर रहा। दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मझौली कंपनियों में अधिक बिकवाली देखी गयी जिससे BSE का मिडकैप 1.82 प्रतिशत गिरकर 39019.19 अंक पर और स्मॉलकैप 1.94 प्रतिशत गिरकर 44998.14 अंक पर रहा।
चौतरफा बिकवाली के कारण BSE में शामिल समूह लाल निशान में रहे जिसमें यूटिलिटी में सबसे अधिक 2.82 प्रतिशत और टेक में सबसे कम 0.30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। BSE में कुल 3921 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 2963 लाल निशान में रही जबकि 881 हरे निशान में और 77 में कोई बदलाव नहीं हुआ। वैश्विक स्तर पर जर्मनी के डेक्स 0.09 प्रतिशत की मामूली तेजी को छोड़कर सभी प्रमुख सूचकांक लाल निशान में रहा। इसमें चीन का शंघाई कंपोजिट 1.91 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.51 प्रतिशत , ब्रिटेन का FTSE 0.58 प्रतिशत और जापान का निक्केई 0.08 प्रतिशत शामिल है। (वार्ता)