लखनऊ । विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने यह निर्णय लिया है कि 19 मार्च, 2023 को ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा द्वारा दिये गये निर्देश के बावजूद बिजली कर्मियों का उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों को वापस न लिये जाने से आक्रोशित बिजलीकर्मी आगामी सात मार्च, 2024 को ऊर्जा मंत्री के आवास पर सामूहिक रूप से मिलेंगे। संघर्ष समिति ने इस बावत ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा को आज प्रेषित एक पत्र के माध्यम से यह मांग की है कि वे प्रभावी हस्तक्षेप करें जिससे उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित हो सके एवं समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियाँ वापस हो सके।
संघर्ष समिति ने ऊर्जा मंत्री को प्रेषित पत्र में उनके द्वारा 19 मार्च 2023 को जल निगम के फील्ड हॉस्टल ‘संगम’ की वार्ता एवं संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की ट्रांसक्रिप्ट, पत्र सूचना शाखा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उप्र द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति एवं ऊर्जा मंत्री के अधिकारिक ट्विटर एकाउण्ट पर की गयी ट्विट की प्रतिलिपियाँ संलग्न करते हुए उन्हें स्मरण दिलाया है कि समस्त उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां वापस लेने की उनकी स्पष्ट घोषणा के बाद ही संघर्ष समिति ने समय पूर्व हड़ताल वापस ली थी।
उल्लेखनीय है कि ऊर्जा मंत्री ने स्पष्ट कहा था कि ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने संघर्ष समिति को आश्वस्त किया कि कार्य बहिष्कार एवं हड़ताल के दौरान विद्युत कर्मियों द्वारा आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम (एस्मा) के उल्लंघन, विद्युत आपूर्ति बाधित एवं क्षतिग्रस्त करने पर उनके खिलाफ दर्ज ऐसे सभी मुकदमों को वापस लिया जायेगा। इस दौरान बर्खास्त किये गये सभी कर्मचारियों को पुनः बहाल किया जायेगा। इसके लिए उन्होंने यूपीपीसीएल के चेयरमैन को निर्देश दिये कि हड़ताल के दौरान कर्मियों पर की गयी सम्पूर्ण कार्यवाही को स्थगित करने की प्रक्रिया पूरी की जाये। वार्ता के दौरान उन्होंने विद्युत कर्मियों को यह भी आश्वासन दिया कि तीन दिसम्बर 2022 को उनके साथ किये गये समझौते की मांगों को वार्ता के माध्यम से सुलझाने का प्रयास किया जायेगा।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि बिजली कर्मी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार प्रदेश की बिजली व्यवस्था के सुधार में निरन्तर प्रयासरत है। ऐसे में ऊर्जा मंत्री को अपने द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन कराया जाना सुनिश्चित करना चाहिए। जिससे कि बिजलीकर्मी पूरी निष्ठा से निर्बाध विद्युत आपूर्ति के कार्यों में जुटे रह सके। संघर्ष समिति के प्रमुख पदाधिकारियों राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जीवी पटेल, जय प्रकाश, गिरीश पांडेय, महेन्द्र राय, सुहैल आबिद, पीके दीक्षित, आर बी सिंह, राजेंद्र घिल्डियाल, शशिकांत श्रीवास्तव, चंद्र भूषण उपाध्याय, आर वाई शुक्ला, एके श्रीवास्तव, डीके मिश्रा, मो वसीम, श्रीचंद, सीएल. दीक्षित, देवेन्द्र पाण्डेय, के एस रावत, सरयू त्रिवेदी, मो इलियास, राम सहारे वर्मा, शरदेंदु सागर, मो नाजिम ने आज यहां जारी बयान में उक्त बातें कहीं।