लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों से सख्ती से निपट रही है। अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 39 उपजिलाधिकारियों, 41 पुलिस उपाधीक्षकों एवं 16 कोषाधिकारी-लेखाधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के मौके पर मुख्यमंत्री ने नवचयनित अभ्यर्थियों ने अपने अनुभव साझा किये। उन्होने कहा कि जब सरकार ईमानदारी के साथ काम करती है तो ओवरऑल परसेप्शन चेंज होता है। उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षों में आपने देखा होगा कि जहां पहले प्रदेश के लोगों के सामने अपनी पहचान का संकट था। वहीं, आज वह सीना तान कर कहते हैं कि मैं उत्तर प्रदेश का हूं। यह सब सरकार के निर्णय के मेकैनिज्म से हुआ है।
उन्होने नवचयनितों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पास 30 से 35 वर्ष का समय जनता जनार्दन की सेवा करने का है। उनकी दुआएं लेने का है, ताकि अपने भविष्य को उज्जवल बना सकें। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी आयोग और बोर्ड ने मात्र नौ माह में चयन की प्रक्रिया पूरी की है। इसमें न किसी की सिफारिश की जरूरत पड़ी और न कोई हस्तक्षेप हुआ। वहीं जिन लोगों ने परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने की कोशिश की, वह लोग उसका खामियाजा भुगत रहे हैं। उनकी प्रॉपर्टी जब्त कर ली गई, उनके घर पर रेड पड़ी। इतना ही नहीं सरकार तय कर चुकी है कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।
योगी ने कहा कि हमारी कार्ययोजना का ही परिणाम है कि पिछले सात वर्षों के अंदर करोड़ों युवाओं को नौकरी और रोजगार की सुविधा प्रदेश में उपलब्ध करायी गयी है। इसी का परिणाम है कि आज पर कैपिटा इनकम और प्रदेश की GDP में इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं यूपी देश की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरकर सामने आया है। यह तब होता है जब सरकार ईमानदारी के साथ कार्य करती है। उन्होंने कहा कि आपको गवर्नमेंट के इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करना है। आज टेक्नोलॉजी काफी इंप्रूव हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आप जब तक फील्ड में आएंगे तब तक हम राजस्व के सभी कार्यों को डिजिटाइज करने में सफल हो चुके होंगे। इसके बाद भी राजस्व संबंधी विवाद के मामले सामने आएंगे। ऐसे में इन मामलों को निपटाने के लिए आपको अपनी तहसील में रहकर फोकस करना होगा। साथ ही पेंडेंसी को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक गरीब को न्याय देना हमारा दायित्व होना चाहिए। हमें गरीबों के साथ खड़े होना चाहिये। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ राजस्व संबंधी मामलों के निस्तारण में डिप्टी एसपी का अहम रोल होता है। ऐसे में उन्हे थाने जाकर वहां की एक-एक गतिविधियों को वॉच करना होगा। इसके साथ ही पब्लिक से कैसा व्यवहार हो रहा है, चार्ज शीट की क्या स्थिति है आदि पर ध्यान देना होगा। उन्होंने नवचयनितों पर विश्वास जताते हुए कहा कि वह ईमानदारी के साथ प्रदेश सरकार के कार्यों की स्पीड को आगे बढ़ाएंगे। साथ ही जनता जनार्दन के हितों का ध्यान रखें और त्वरित निर्णय लें ताकि अच्छे प्रशासन के अधिकारी के रूप में आपकी छवि बने। उन्होंने सभी नवचयनितों को प्रशासन का हिस्सा बनने पर बधाई दी। कार्यक्रम में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति डॉ. देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद आदि मौजूद रहे।