- सहकारी चीनी मिल संघ मुख्यालय गेट पर हुई आमसभा
- प्रबंध निदेशक को ज्ञापन सौंप कर की भुगतान कराए जाने की मांग
लखनऊ। लोकसभा चुनाव की घोषणा अभी हुई नहीं की कर्मचारियों ने मांगे पूरी नहीं होने पर मतदान का बहिष्कार करने का एलान कर दिया। उत्तर प्रदेश चीनी मिल संघ के अधिकारियों ने गेट मीटिंग करके प्रबंध निदेशक को एक मांग पत्र देकर लंबे समय से लंबित महंगाई भत्ते का भुगतान कराए जाने की मांग की है। संघ से अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह परिवार सहित लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे।
उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ के अधिकारी एसोसियेशन ने महंगाई भत्ते की मांग को लेकर गुरुवार को संघ मुख्यालय गेट पर एक बड़ी आमसभा की। इस सभा में यूनियन के अध्यक्ष एसपी ने बताया कि सहकारी चीनी मिल संघ के समस्त अधिनस्थ कर्मचारियों ने कोराेना कॉल के दौरान रिकार्ड चीनी का उत्पादन किया। इसके साथ ही वर्तमान पेराई सत्र के दौरान 80 प्रतिशत गन्ना किसानों को गन्ने का भुगतान कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि एक समय में जब संघ में करीब 1400 अधिकारी और कर्मचारी हुआ करते थे उस वक्त सभी को महंगाई भत्ते का भुगतान किया जा रहा था। अब जब 1400 की जगह संघ में सिर्फ 250 के करीब अधिकारी कर्मचारी बचे हुए हैं उन्हें महंगाई भत्ते का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दी प्रतिदिन लोग सेवानिवृत हो रहे है। ऐसी स्थिति में महंगाई भत्ता दिए जाने में कोई अतिरिक्त आर्थिक व्यय भी नहीं होगा। इसके बावजूद महंगाई भत्ते का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
चीनी मिल अधिकारी संघ के महामंत्री कैलाश उपाध्याय ने चेतावनी देते हुए कहा कि चीनी मिल संघ के अधिकारियों और कर्मचारियों को यदि चुनाव से पूर्व महंगाई भत्ते का भुगतान नहीं किया गया तो समस्त कर्मचारी परिवार के साथ चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे। सभा के उपरांत अधिकारी यूनियन की ओर से चीनी मिल संघ के प्रबंध निदेशक रमाकांत पांडे को ज्ञापन देकर अविलंब महंगाई भत्ते का भुगतान कराए जाने की मांग की। इस मौके पर यूनियन के पदाधिकारियो के साथ बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।