पापुआ न्यू गिनी के शिक्षा क्षेत्र को आगे बढ़ाने में लगातार सहयोग कर रहा भारत

शाश्वत तिवारी

भारत आर्थिक रूप से कमजोर पापुआ न्यू गिनी के शिक्षा क्षेत्र को आगे बढ़ाने में लगातार सहयोग कर रहा है। भारत ने पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी के एक स्कूल के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की है।
पोर्ट मोरेस्बी स्थित भारतीय उच्चायोग ने ‘एक्स’ पर साझा की गई एक पोस्ट में कहा उच्चायुक्त इन्बासेकर सुंदरमूर्ति ने पोर्ट मोरेस्बी के गॉर्डन पब्लिक स्कूल में क्लासरूम के निर्माण के लिए प्रिंसिपल जॉर्ज केनेगा को निर्माण सामग्री डोनेट की।
इससे पहले भारतीय दूतावास ने इस महीने की शुरुआत में बोरोको, पोर्ट मोरेस्बी में तीन  बस्तियों वनामा, तलाई और मुनियगो के बच्चों को स्कूल बैग, स्टेशनरी, टी-शर्ट, जूते, एनसीईआरटी स्कूल की पाठ्य पुस्तकें वितरित की थी।

भारतीय उच्चायोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ग्लोबल साउथ के निरंतर सहयोग की प्रतिबद्धता को जाहिर करते हुए पापुआ न्यू गिनी के स्कूल इन्फ्रास्ट्रक्चर में अपने सहयोग को बनाए रखने की बात कही है। भारत ओशिनिया क्षेत्र में कूटनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाने वाले पापुआ न्यू गिनी की विभिन्न क्षेत्रों में मदद के लिए हमेशा तत्पर रहता है। कोविड महामारी के दौरान भी पापुआ न्यू गिनी की मदद करने वालों में भारत सबसे आगे रहा था। इसके अलावा भारत ने ज्वालामुखी विस्फोट से जूझ रहे देश के लिए दिसंबर 2023 में विशेष विमान के माध्यम से आपदा से राहत हेतु 11 टन सामग्री और मेडिकल राहत के लिए छह टन सामग्री भेजी थी। आपदा झेल रहे देश की मदद के लिए भारत ने तुरंत 10 लाख डॉलर की राहत सहायता देने का ऐलान किया था।

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