नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ चल रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के मामले को राजनीतिक साजिश करार देते हुए मंगलवार को कहा कि यह पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता में रुकावट डालने के लिए किया जा रहा है। दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने इस पूरे मामले को आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता में रुकावट डालने के लिए एक राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले से खासतौर पर अरविंद केजरीवाल की मुफ्त बिजली और मोहल्ला क्लीनिक जैसी पहलों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह के षडयंत्रों से केजरीवाल के कामों पर असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सोमवार को उच्चतम न्यायालय ने जैन को जमानत देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट और कानून की प्रक्रिया का सम्मान करते हैं। लेकिन साथ ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सम्मानपूर्वक असहमत भी हैं। जिस मामले में सत्येंद्र जैन को जेल में डाला गया है, वो पूरी तरह से फर्जी है। सुश्री आतिशी ने कहा कि जिस दौरान यह मामला बनाया गया है, उस दौरान जैन न तो कंपनी के निदेशक थे और न ही मालिक थे। कंपनी में उनकी पत्नी की भी न के बराबर हिस्सेदार थी, अगर इस दौरान कंपनी ने कोई निर्णय लिया है तो जैन और उनके परिवार का कोई भी सदस्य कानूनी रूप से उत्तरदायी नहीं हो सकता है।
जैन को एक कंपनी के निर्णय के लिए गिरफ्तार किया गया है, जिसमें न तो वह निदेशक थे, न अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता और न ही शेयरधारक थे। ऐसे में वो कंपनी के किसी भी निर्णय के लिए बिल्कुल भी जिम्मेदार नहीं थे। उन्होंने कहा कि जैन पर लगाए गए आरोप कुछ हवाला ऑपरेटरों के बयानों पर आधारित हैं। यह दुभाग्यपूर्ण है कि ED उन हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से बयान तो देती है, लेकिन जैन से अपराध की कमाई का एक भी रुपया बरामद किए बिना उन्हें गिरफ्तार कर लेती है। जबकि वो हवाला ऑपरेटर अब भी खुलेआम बाहर घूम रहे हैं। सुश्री आतिशी ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि यह पूरा मामला एक राजनीतिक साजिश है। आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के कामों को रोकने की साजिश है। जिस इंसान ने दिल्लीवासियों को मुफ्त बिजली और मोहल्ला क्लीनिक जैसी सुविधाएं प्रदान की हैं, उनको निशाना बनाने के लिए यह साजिश रची गई है।(वार्ता)