BJP द्वारा दरकिनार किए जाने के बाद पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से दिया इस्तीफा

नई दिल्ली। बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा दरकिनार किए जाने के एक दिन बाद राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने मंगलवार को केन्द्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया।  पारस ने इस्तीफा देने की घोषणा करने के साथ ही कहा कि वह सीट बंटवारे में अपनी पार्टी के साथ न्याय नहीं किये जाने से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महान कद के नेता हैं जिन्होंने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में काम करने का अवसर दिया।

उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे में अनदेखी के बाद उनके पास मंत्रिमंडल में बने रहने का कोई कारण नहीं था। हालाँकि उन्होंने अपने अगले कदम के बारे में बताने से इनकार कर दिया। पारस ने कहा  कि मैं राजग द्वारा सीट बंटवारे पर आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रहा था। कल राजग ने बिहार में 40 लोकसभा सीटों के लिए सीट बंटवारे की घोषणा की थी। मेरी पार्टी के पांच सांसद थे, लेकिन किसी दावे पर विचार नहीं किया गया।

उन्होंने कहा, कि मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया। हमारे साथ अन्याय हुआ है।  कयास लगाए जा रहे हैं कि रालोजपा बिहार में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए इंडिया समूह से हाथ मिला सकती है। उल्लेखनीय है कि पारस ने पहले घोषणा की थी कि उनकी पार्टी किसी भी कीमत पर हाजीपुर, नवादा और समस्तीपुर लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वह हाजीपुर सीट से मौजूदा सांसद हैं। बिहार में लोकसभा चुनाव में राजग के घटक दलों के बीच सीट समझौते में BJP 17, जदयू-16, लोजपा-रामविलास-5, हम-1 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा-एक सीट पर चुनाव लड़ेंगे। (वार्ता)

Delhi

1984 सिख दंगा मामला : इन दो सिखों की हत्या में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को अदालत ने दोषी ठहराया

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन कुमार को दिल्ली की एक अदालत ने सिख विरोधी दंगों के दौरान सरस्वती विहार इलाके में दो लोगों की हत्या के मामले में बुधवार को दोषी करार दिया। मामला एक नवंबर 1984 को जसवंत सिंह और उनके बेटे तरुणदीप सिंह की हत्या से संबंधित है। विशेष न्यायाधीश कावेरी […]

Read More
Delhi

आतिशी का फ़्लाइंग किस और कमरिया लपालप

दयानंद पांडेय आतिशी जब दिल्ली की घोषित खड़ाऊं मुख्य मंत्री बनी थीं तब मुख्य मंत्री कार्यालय में जिस कुर्सी पर अरविंद केजरीवाल बैठते थे तब उस पर नहीं बैठीं। क्या तो इस कुर्सी पर अरविंद जी ही बैठेंगे। दूसरी कुर्सी लगा कर बैठीं। मेज वही थी। ऐसी बात तो पतिव्रता राबड़ी यादव ने भी बिहार […]

Read More
Delhi homeslider

दो टूक :  शराब शीशमहल और ‘जहरीली’ यमुना ने डुबोयी केजरीवाल की नैया?

राजेश श्रीवास्तव दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आए और 27 साल बाद एक बार फिर दिल्ली में बीजेपी की सरकार बन गयी। अरविद केजरीवाल ने 2013 में जिस एंटी करप्शन मूवमेंट को लेकर चुनाव जीता। वक्त का पहिया ऐसा घूमा कि पार्टी को करप्शन ही ले डूबा। सड़क पर आंदोलन करने वाले केजरीवाल को शराब […]

Read More