
नई दिल्ली । मानसिक रोग के बारे में हाल ही में की गई एक रिसर्च से एक खुलासा हुआ है। यह खुलासा चौंका देने वाला है और साथ ही इस बात की ओर संकेत भी है कि मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से लेना काफी ज़रूरी है। दुनिया पर मानसिक बीमारियों का बोझ अब दिल की बीमारियों से ज़्यादा हो गया है। अमेरिका (United States Of America) के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) ने हाल ही में एक रिसर्च की है।
IHME की रिसर्च के अनुसार नर्वस सिस्टम को प्रभावित करने वाली स्थितियाँ जैसे स्ट्रोक, माइग्रेन और डिमेंशिया जैसे रोग अब दुनियाभर में खराब स्वास्थ्य का प्रमुख कारण बन गए हैं। इसका यह मतलब नहीं है कि दुनिया में दिल की बीमारियाँ कम हो गई हैं। इसका मतलब है कि दुनिया में दिल की बीमारियों से ज़्यादा अब मानसिक रोग हो गए हैं। (BNE)