
- माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत
- पूर्वांचल के कई जिलों में धारा-144 लागू, प्रशासन सतर्क
देवेंद्र मिश्र/बांदा। पूर्वांचल में एक लहीम-शहीम पर्सनैलिटी का नेता था, उसका नाम था मुख्तार। यानी मुख्तार अंसारी। मऊ, गाजीपुर, जौनपुर और आजमगढ़ में मुख्तार अंसारी का सिक्का चलता था। पूर्वांचल के जिलों में उसकी तूती बोलती थी। जब खुली जिप्सी में मूंछों पर ताव देकर वो घूमता था तो उसके विरोधी भी थर-थर कांपने लगते थे। उसका रसूख था, धौंस था और लोगों के दिलों में उसके नाम की दहशत थी। जिसके बदौलत उसने वह हर गलत काम किया जो एक माफिया सोच सकता है। एक-47 से लेकर दुनिया के तमाम अत्याधुनिक हथियार उसने खरीदे और बेचे भी। पूर्वांचल से लेकर बिहार तक उसका ठेका चलता था, वसूली चलती थी और चलती थी रंगदारी। लेकिन काल का पहिया घूमा। साल 2017 में यूपी में योगी राज आया तो उसकी मुख्तारी गई और अब रोजे रखने के कारण रमजान के महीने में उसका इंतकाल हो गया। मुख्तार अब इतिहास हो गया। केवल कागज के पन्नों में उसके काले-कारनामे पढ़ने को मिलेंगे।
खबरों के पूर्वांचल के सबसे कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उसे ICU से CCU में शिफ्ट किया गया था, जहां उनकी हालात गंभीर बताई जा रही थी। डीजी जेल एसएन साबत ने बताया कि मुख्तार अंसारी ने रोजा रखा था। रोजा रखने के कारण उसका शरीर कमजोर हो गया था। डॉक्टरों का कहना है कि कमजोर शरीर होने के कारण उसे हार्ट अटैक आया होगा। खबरों के अनुसार पहले मुख्तार को जिला अस्पताल ले जाया गया था। वहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई तो उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया। जहां नौ डॉक्टरों की टीम मुख्तार का इलाज कर रही थी। लेकिन डॉक्टरों की टीम असफल रही और पूर्वांचल के सबसे दुर्दांत अपराधी का इंतकाल हो गया।
ये भी पढ़ें
बाहुबली मुख्तार अंसारी की जेल में हालत काफी बिगड़ने के बाद अस्पताल ले जाया गया है। मुख्तार को आईसीयू में भर्ती कराया गया है, नौ डाक्टरों की टीम इलाज में लगी हुई है। मुख्तार अंसारी के परिजन बांदा जेल के लिए रवाना हो गए हैं। मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत की अफवाह के बाद बांदा एवं मऊ में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बांदा में अस्पताल में जिले के पुलिस के सभी बड़े अधिकारी मौजूद हैं।