मेरठ। मौजूदा लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीट और देश भर में 400 से अधिक सीटें जीतने के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संकल्प को पूरा करने के इरादे से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 मार्च को लगातार तीसरी बार क्रांतिधरा मेरठ से घनी आबादी वाले राज्य में अपने चुनाव प्रचार का आगाज करेंगे। मोदीपुरम में केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के पास आयोजित होने वाली इस रैली में BJP रालोद (राष्ट्रीय लोकदल) गठबंधन के तहत रालोद मुखिया जयंत चौधरी पहली बार प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा करेंगे।
इससे पहले मोदी ने वर्ष 2014 में मेरठ की धरती से ही उत्तर प्रदेश में चुनाव का शंखनाद किया था जिसकी परिणीत थी कि BJP ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीटों पर भगवा लहरा कर विपक्ष का सूपड़ा ही साफ कर दिया था। वर्ष 2019 में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रांतिधरा मेरठ से ही चुनावी रैली का आगाज किया, लेकिन दोबारा इन 14 में से आधी सीटों यानि सात पर ही BJP जीत दर्ज करा सकी। चार सीटों पर बहुजन समाज पार्टी (BSP) और तीन सीटों पर समाजवादी पार्टी कब्जा करने में कामयाब हुईं।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 2024 में प्रधानमंत्री मोदी के मेरठ की क्रांतिकारी धरती से चुनावी रैली के आगाज से चुनावी परिणाम कितने असरदार होते हैं। खासतौर पर जबकि इस बार BJP अकेले नहीं बल्कि राष्ट्रीय लोकदल के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरी है और जाट बैल्ट के मतदाता इस गठबंधन को किस नजर से देखते हैं। यह आने वाले चुनाव परिणाम ही बतायेंगे। गौरतलब है कि वर्ष 2019 में मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर, कैराना, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर में BJP ने जीत हासिल की थी। जबकि सहारनपुर, नगीना, बिजनौर और अमरोहा सीट से BSP ने जीत दर्ज करवाई थी। इसके अलावा रामपुर मुरादाबाद और संभल में सपा सीट निकालने में सफल हुए थे। (वार्ता)