नई दिल्ली/शिमला। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मोदी-सरकार के पिछले 10 वर्षों को आजाद भारत के इतिहास का सबसे बड़ा ‘ट्रांसफॉरमेशन डिकेड’ बताते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में जिस स्पीड और स्केल के साथ काम हुआ है वह पहले के 60 वर्षों को मिलकर भी नहीं हुआ। ठाकुर ने कहा कि 2014 में भारत एक लड़खड़ाती और चरमराती अर्थव्यवस्था में गिना जाता था। आज हम विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और अगले तीन वर्षों में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। वर्ष 2014 में समाचार मिलता था कि भारत की अर्थव्यवस्था गिर रही है। आज भारत विश्व में सबसे तेजी से प्रगति करने वाला बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज भारत को ब्राइट स्पॉट के रूप में देखा जाता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के बारे में बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि 2014 में देश में 74 एयरपोर्ट थे आज 150 एयरपोर्ट हैं। 2014 में मात्र पांच शहरों में मेट्रो थी आज 20 शहरों में मेट्रो है। 2014 में 384 के आसपास मेडिकल कॉलेज थे आज 700 से ज्यादा हैं। 2014 में सात एम्स थे, आज 22 हैं। 2014 में यूनिवर्सिटीज की संख्या 450 थी, आज 1100 है। 2014 में 16 IIM थे, आज 23 IIM हैं। 2014 में 12 IIT थे, आज 19 IIT हैं। 2014 में देश में लगभग 96 हजार किलोमीटर हाईवे थे, आज 1.5 लाख किलोमीटर हाईवे हैं। 2014 में 3,20,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़क थी। आज 3,75,000 किलोमीटर नई ग्रामीण सड़कें जोड़ दी गई हैं। 2014 में 0 वंदे भारत ट्रेन थी, आज 41 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। 2014 में मात्र 20,000 किलोमीटर रेलवे ट्रेक्स इलेक्ट्रीफाइड थे, आज पूरे रेलवे ट्रेक्स इलेक्ट्रीफाइड हैं। 2014 में उत्तर प्रदेश में मात्र दो-चार एयरपोर्ट थे, आज 21 हैं। इनमें से आठ इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं।
कांग्रेस के पास पैसे ना होने संबंधी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जननी है और इसके नेता ख़ुद को देश के क़ानून से ऊपर समझते हैं। देश का पहला रक्षा घोटाला 1947 में जीप घोटाला कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ। इन्हीं की सरकार के समय बोफोर्स घोटाला, अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला समेत अन्य कई घोटाले हुए। ठाकुर ने भारत में बोलने की आजादी और मीडिया स्वतंत्रता पर बोलते हुए कहा, अगर आप इंदिरा का समय देखेंगे तो आपातकाल के समय मीडिया को दबाया गया, आम लोगों को भी दबाया गया और पॉलीटिकल पार्टी को भी दबाया गया। मगर आज मोदी जी के नेतृत्व वाले भारत में आम लोगों के साथ-साथ मीडिया सारे तरीके के सवाल पूछने के लिए स्वतंत्र है। अभिव्यक्ति की आजादी हमारे सोच और कार्यशैली में समाहित है। हम सदैव इसके लिए लड़े हैं और खड़े हैं।
विपक्षी नेताओं पर जांच एजेंसियों की कार्रवाई के ऊपर पूछे गए प्रश्न के जवाब में ठाकुर ने कहा कि आज से 10 वर्ष पहले देश के आम लोग पूछते थे कि इन भ्रष्टाचारियों को कब सजा मिलेगी। आज जब भ्रष्टाचार के आरोपियों पर जांच एजेंसियां कार्रवाई करती हैं। तो आप कहते हैं चुनाव के समय कार्रवाई हो रही है। आज से 10 महीने पहले जब मनीष सिसोदिया को जेल में डाला गया तब कौन से चुनाव थे? संजय सिंह को जब जेल में डाला गया तब कौन से चुनाव थे? सत्येंद्र जैन इतने दिनों से जेल में हैं, उन्हें जमानत नहीं मिल रही। उस समय कौन से चुनाव थे? सच्चाई यह है कि यह लोग भ्रष्टाचारी हैं और जांच एजेंसियां इनके खिलाफ स्वतंत्रता से कार्रवाई कर रही हैं। भारत में एक प्रकार से देखा जाए तो हर छह महीने में किसी न किसी राज्य में कोई चुनाव होता है। तो क्या इस सवाल के डर से भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई न हो? जब हम वन नेशन, वन इलेक्शन की बात करते हैं तो विपक्ष उसे भी नामंजूर कर देता है। इसी प्रकार हम वन नेशन, वन टैक्स लाए तो यह कहते हैं इन्हें मंजूर नहीं। आज GST के कारण आम नागरिक को दामों में पॉच से सात प्रतिशत की कमी आई है। आज ट्रांसपोर्टेशन का टाइम कम हुआ है। फास्ट टैग के कारण टोल नाकों पर मात्र 43 सेकंड से कम का समय लगता है। पहले 743 सेकंड से ज्यादा लगते थे। GST से पहले टैक्स कलेक्शन 90 से 92 हजार करोड रुपए होता था। आज औसतन एक लाख 60 हजार करोड रुपए के ऊपर GST कलेक्शन होता है। इससे देश का खजाना भरा है। और देश का खजाना भरने से गरीबों और वंचितों को लाभ मिला है।(वार्ता)