- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय में फिर शुरू हुआ वाकयुद्ध
- निकम्मा और मानसिक दिवालिया जैसे शब्दों का होने लगा प्रयोग
लखनऊ। अमेठी से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हाल ही में राहुल गांधी को ‘निकम्मा’ सांसद कहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेठी का सांसद रहते हुए राहुल गांधी ने कोई काम नहीं कराया। ईरानी ने ये भी कहा कि वायनाड से पर्चा भरकर राहुल ने अपने ‘परिवार’ अमेठी को छोड़ दिया। अब यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने स्मृति ईरानी पर पलटवार किया है।
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि लगता है कि BJP नेता अपना मानसिक संतुलन खो रही हैं और PM Modi को उनका किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज कराना चाहिए। यूपी कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि स्मृति ईरानी की बातचीत का स्तर दिन-ब-दिन गिरता जा रहा है। उनके शब्दों का चयन उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है। अगर कोई व्यक्ति एक जगह के लिए काम कर रहे हैं, स्वाभाविक रूप से वहां के लोगों के साथ उनका रिश्ता होगा। राहुल गांधी के लिए अमेठी महत्वपूर्ण है और वायनाड भी। उन्हें (स्मृति ईरानी) एक अच्छे डॉक्टर की जरूरत है डॉक्टर क्योंकि वह उनके मंत्रिमंडल में मंत्री हैं।”
गौरतलब है कि स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को फिर से अमेठी से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। बीजेपी नेता ने कांग्रेस के युवराज पर आरोप मढ़ा है अमेठी के लोगों के समर्थन पर नामदारों ने दिल्ली पर शासन किया लेकिन उन्होंने अमेठी के बारे में नहीं सोचा, खासकर राहुल गांधी ने अमेठी के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया। अगर हम सांसद के रूप में राहुल गांधी के 15 साल बनाम मेरे पांच साल को देखें, तो सब कुछ दिखाई देता है कि गांधी परिवार ने किस तरह से अमेठी की उपेक्षा की। राहुल के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए, भाजपा नेता ने कहा कि जब कर्नाटक के एक मंत्री ने उनसे पूछा कि वह वायनाड से चुनाव क्यों लड़ रहे हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि वायनाड के लोग अधिक वफादार हैं।
केंद्र में सरकार उनकी ‘माताजी’ (मां, सोनिया गांधी) की थी और यूपी में। उनका समर्थन। लेकिन राहुल गांधी ने कभी भी अमेठी के विकास के बारे में नहीं सोचा। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या उस क्षेत्र के लोग वफादार नहीं हैं जहां से वह 15 साल तक सांसद रहे? क्या वे गद्दार हैं? यूपी कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी अमेठी से भी चुनाव लड़ें। बताते चलें कि कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं कि अमेठी और रायबरेली से पार्टी किसे मैदान में उतारेगी?