
बुधवार, 17 अप्रैल 2024
सूर्योदय: 06.06
सूर्यास्त: 18.47
चन्द्रोदय: 13.21
चन्द्रास्त: 26.55
अयन उत्तरायण
ऋतु: वसंत
शक सम्वत: 1946 (क्रोधी)
विक्रम सम्वत: 2081 (कालयुक्त)
संवत्सर क्रोधी
संवत्सर (उत्तर) कालयुक्त
युगाब्द (कलि संवत्) 5126
मास चैत्र
पक्ष शुक्ल
तिथि नवमी (15.14 से दशमी)
नक्षत्र आश्लेषा (पूर्ण रात्रि)
योग शूल (23.49 से गण्ड)
प्रथम करण कौलव (15.14 तक)
द्वितीय करण तैतिल (28.20 तक)
॥गोचर ग्रहा:॥
सूर्य मेष
चंद्र कर्क
मंगल कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध मीन (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र मीन (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शनि कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु मीन
केतु कन्या
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
अभिजित मुहूर्त
राहुकाल १२:२७ से १४:०२
यमगण्ड ०७:४१ से ०९:१६
दुर्मुहूर्त १२:०१ से १२:५२
रवियोग पूरे दिन
विजय मुहूर्त १४:३० से १५:२२
गोधूलि मुहूर्त १८:४७ से १९:०९
सायाह्न सन्ध्या १८:४८ से १९:५५
निशिता मुहूर्त २३:५८ से २४:४२
राहुवास दक्षिण-पश्चिम
होमाहुति शुक्र
दिशाशूल उत्तर
अग्निवास पाताल (१५:१४ से पृथ्वी)
चन्द्रवास उत्तर
शिववास गौरी के साथ (१५:१४ से सभा में)
चौघड़िया विचार
॥दिन का चौघड़िया॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
शुभ यात्रा दिशा
उत्तर-पश्चिम (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
तिथि विशेष
श्रीराम नवमी, चैत्र नवरात्रि समाप्त, मातृका व्रत, श्रीरामचरितमानस जयन्ती, विधा एवं अक्षरारम्भ मुहूर्त+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः 06.05 से 09.14 तक आदि।
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
आज ३०:०२ तक जन्मे शिशुओ का नाम आश्लेषा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (डी, डू, डे, डो) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
उदय-लग्न मुहूर्त
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मेष – २९:४७+ से ०७:२२
वृषभ – ०७:२२ से ०९:१७
मिथुन – ०९:१७ से ११:३२
कर्क – ११:३२ से १३:५२
सिंह – १३:५२ से १६:१०
कन्या – १६:१० से १८:२६
तुला – १८:२६ से २०:४६
वृश्चिक – २०:४६ से २३:०४
धनु – २३:०४ से २५:०८+
मकर – २५:०८+ से २६:५०+
कुम्भ – २६:५०+ से २८:१८+
मीन – २८:१८+ से २९:४३+
पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:५३ से ०७:२२
चोर पञ्चक – ०७:२२ से ०९:१७
शुभ मुहूर्त – ०९:१७ से ११:३२
रोग पञ्चक – ११:३२ से १३:५२
शुभ मुहूर्त – १३:५२ से १५:१४
मृत्यु पञ्चक – १५:१४ से १६:१०
अग्नि पञ्चक – १६:१० से १८:२६
शुभ मुहूर्त – १८:२६ से २०:४६
रज पञ्चक – २०:४६ से २३:०४
शुभ मुहूर्त – २३:०४ से २५:०८+
चोर पञ्चक – २५:०८+ से २६:५०+
शुभ मुहूर्त – २६:५०+ से २८:१८+
रोग पञ्चक – २८:१८+ से २९:४३+
चोर पञ्चक – २९:४३+ से २९:५२+
आज का सुविचार
हमारे साथ प्राय: समस्या यही होती है की हम झूठी प्रशंसा से नष्ट हो जाना पसंद करते है,परन्तु वास्तविक आलोचना से संभल जाना नहीं।