- झारखंड में मंत्री आलमगीर आलम के PS के नौकर के घर से मिला नोटों का पहाड़,
- कांग्रेस ने नौकर के घर को काली कमाई का बना रखा था गोदाम: मोदी
- कांग्रेस और इसका गठबंधन आए दिन ईडी ईडी चिल्लाते रहती है, आज पूरा देश देख रहा है
- पीएस के नौकर के घर से राज्य में ट्रांसफर पोस्टिंग का लिस्ट भी बरामद
नया लुक ब्यूरो, रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखण्ड के राँची में कई ठिकानों पर छापेमारी कर बड़े पैमाने पर कैश बरामद किया है। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के नौकर के घर से ED ने भारी भरकम 50 करोड़ से अधिक नकदी जब्त की है। दूसरी तरफ इस छापेमारी में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की भी इंट्री हो गई है। मोदी ने ओडिसा के नबरंगपुर और उधर आंध्रप्रदेश में झारखंड में बरामद ”नोटों के पहाड़” का उल्लेख किया है।
लोकसभा चुनाव के दौरान झारखण्ड में प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। केंद्रीय एजेंसी राँची में कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।जेल में बंद चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम मामले में झारखण्ड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के घरेलू सहायक जहांगीर आलम के यहां से भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई। नोटो की गड्डियों का ढेर लगा हुआ है, जिसे देखकर अधिकारियों का माथा भी चकरा गए है, जिन्हें गिनने के लिए मशीनें मंगवाई गई हैं।
ईडी के अधिकारियों की ओर से जारी किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि घर में किस तरह से नोटों को रखा गया था। बैग, सूटकेस और पॉलिथीन में भरकर नोटों की गड्डियां रखी गई थीं। अधिकारी घर का कोना-कोना छान रहे हैं।
ईडी ने करीब आधा दर्जन ठिकानों पर रेड डाली गई है। ED की ये कार्रवाई निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम और उनके करीबियों के ठिकानों पर भी हो रही है। ईडी ने कुछ योजनाओं के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फरवरी 2023 में झारखण्ड ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था।
बीते साल फरवरी में एजेंसी ने वीरेंद्र राम से लंबी पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार किया था। ईडी ने 21 फरवरी 2023 को झारखण्ड के राँची जमशेदपुर बिहार और दिल्ली के कुछ अन्य ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया था, जिसके बाद उसे पकड़ा था। एजेंसी ने इंजीनियर के तमाम परिसरों से 30 लाख कैश, 1.5 करोड़ रुपए के गहने, कई करोड़ की 8 लग्जरी कारें, एसयूवी, मेट्रो और अन्य शहरों में फ्लैट व बंगले जब्त किए थे। उधर ओडिशा के नबरंगपुर में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इस छापेमारी का उल्लेख करते हुए अपने भाषण में कहा कि अभी आप घर जाओगे तो टीवी पर देखना आज यहां पड़ोस में, झारखण्ड में नोटों के पहाड़ मिल रहे हैं, नोटों के पहाड़। लोगों के चोरी किए माल पकड़ रहा है मोदी वहां। आप मुझे बताइए मैं चोरी बंद कर दूं, इनकी कमाई बंद कर दूं, इनकी लूट बंद कर दूं तो मोदी को गाली देंगे कि नहीं देंगे।लेकिन गाली खा कर मुझे ये काम करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए।आप मुझे बताइए आपकी पाई-पाई बचानी चाहिए कि नहीं बचानी चाहिए। आपके हक का पैसा बचाना चाहिए कि नहीं बचाना चाहिए।
वहीं आंध्र प्रदेश में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कांग्रेस और INDI गठबंधन आए दिन ED-ED चिल्लाते हैं। आज इसका जवाब पूरा देश देख रहा है। झारखण्ड में ED ने आज नोटों के पहाड़ निकाले हैं। कांग्रेस के मंत्री के निजी सचिव के नौकर के पास से यह नोटों का पहाड़ निकला है। कांग्रेस ने अपने नौकर के घर को काली कमाई का गोदाम बना रखा था…”
आपको बता दें कि सोमवार को सुबह ईडी की टीम सुबह साढ़े पांच बजे झारखण्ड के मंत्री आलमगीर आलम के पीए संजीव लाल के घर पहुंची।ईडी की टीम एक ही समय में कई जगहों पर पहुंची, जहां छापेमारी शुरू की गई।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के घर से 50 करोड़ से अधिक कैश मिलने की बात कही जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जहांगीर आलम ने ईडी की पूछताछ में बताया है कि यह पैसे संजीव लाल के हैं।
झारखण्ड के मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े लोगों के यहां से भारी मात्रा में कैश बरामदगी के बाद से राज्य की सियासत गर्मा गई है।बीजेपी के तमाम नेता झारखण्ड के सत्ताधारी दल पर हमलावर हो गए हैं। सांसद निशिकांत दुबे, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी समेत कई नेता या तो सोशल मीडिया के माध्यम से या फिर मीडिया में बयान देकर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
दूसरी ओर मंत्री आलमगीर आलम के पीए के सहायक जहांगीर के आवास से ईडी को बीडीओ, सीओ और अभियंताओं की ट्रांसफर पोस्टिंग का लिस्ट भी मिला है. ट्रांसफर पोस्टिंग कराने वालों में झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजे श ठाकुर के नाम का भी जिक्र है.
नौकर के घर से मुख्य सचिव को लिखा गोपनीय पत्र भी बरामद:
ईडी ने राज्य के मुख्य सचिव को गोपनीय पत्र लिखकर कारवाई करने को कहा था. मुख्य सचिव ने ईडी के पत्र का संज्ञान लेते हुए ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को कारवाई करने का आदेश दिया लेकिन हुआ इसके ठीक विपरीत.
जो गोपनीय पत्र ईडी, मुख्य सचिव के पास से होते हुए विभागीय सचिव के पास पहुंचा था, वह गोपनीय पत्र आज ईडी की कारवाई के दौरान मंत्री आलमगीर आलम के सचिव के नौकर से ठिकाने से बरामद हुआ. इसको भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने बड़ा आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है. मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर आरोप लगाया है कि ग्रामीण विकास विभाग में फैले भ्रष्टाचार को लेकर ईडी ने जो पत्र मुख्य सचिव को लिखा था. वह पत्र जहांगीर आलम के घर से मिला है. यह गंभीर मामला है. इससे जाहिर होता है कि ग्रामीण विकास विभाग के शीर्ष अधिकारी भी संजीव लाल से मिले हुए हैं.