नई दिल्ली। अफ्रीका पर भारत-अमेरिका वार्ता का दूसरा दौर बुधवार को वाशिंगटन डीसी में संपन्न हुआ। दो दिवसीय वार्ता विशेष रूप से भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ को जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने के बाद भारत-अमेरिका के बीच इस तरह की पहली भागीदारी के रूप में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
भारतीय पक्ष का नेतृत्व संयुक्त रूप से विदेश मंत्रालय के उच्चाधिकारी पुनीत आर. कुंडल, अतिरिक्त सचिव (ई एंड एसए) और सेवला एन. मुडे, अतिरिक्त सचिव (सी एंड डब्ल्यूए) ने किया, वहीं अमेरिकी पक्ष का नेतृत्व अफ्रीकी मामलों की सहायक विदेश मंत्री मैरी कैथरीन फी ने किया। बैठक के दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने अफ्रीका में विकासात्मक परियोजनाओं और सहयोग से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों पर विचार साझा किए।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा अफ्रीका पर भारत-अमेरिका संवाद का उद्देश्य विचारों और दृष्टिकोणों को साझा करना और अफ्रीका में एक साथ काम करने के लिए संस्थागत, तकनीकी और द्विपक्षीय तालमेल विकसित करने के तरीकों का पता लगाना है। इसका लक्ष्य अफ्रीकी प्राथमिकताओं के अनुरूप भारत और अमेरिका की ताकत का लाभ उठाते हुए अफ्रीका में विकासात्मक परियोजनाओं और सहयोग के कार्यक्रमों की पहचान करना भी है।
बता दें कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान ग्लोबल साउथ और अफ्रीका भारत की प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अफ्रीका क्षेत्र को लेकर समावेशी विकास पर बल दिया है।
जी20 के स्थायी सदस्य की मान्यता और क्षेत्र के विकास के लिए दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत तथा अमेरिका जैसे विकसित राष्ट्र के साथ ऐसे संवाद कार्यक्रम वैश्विक मंच पर अफ्रीका के बढ़ते महत्व को दर्शाते हैं। ये कदम महाद्वीप के साथ सार्थक रूप से जुड़ने के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करते हैं।
रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी