रियाद। सऊदी अरब में भारत के उच्चायुक्त डॉ. सुहेल अजाज खान ने सोमवार को ‘सऊदी नो कोड इनोवेशन’ शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जहां उन्होंने भारत में प्रौद्योगिकी नवाचारों और तकनीकी क्षेत्र में भारत-सऊदी सहयोग के बारे में बात की।
राजदूत ने टेक फोर्ज द्वारा आयोजित समिट में भाग लेने वाली भारतीय टेक फर्मों के मैनेजमेंट से भी मुलाकात की और तकनीक के क्षेत्र में भारत और खाड़ी देशों के बीच सहयोग बढ़ाने और बेहतर तालमेल बनाने को लेकर विचार साझा किए।
समिट में भाग लेने से पहले खान ने सऊदी के नजरान क्षेत्र का दौरा किया, जहां उन्होंने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग और आपसी हितों के अन्य मुद्दों पर चर्चा की। यहां उन्होंने भारत और नजरान के बीच मजबूत ऐतिहासिक संबंध, क्षेत्र के विकास में भारतीय समुदाय के योगदान और आपसी हितों के अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
नजरान क्षेत्र के गवर्नर प्रिंस जलावी बिन अब्दुलअजीज बिन मुसैद ने रविवार को अपने कार्यालय में भारतीय राजदूत का गर्मजोशी से स्वागत किया। स्वागत समारोह के दौरान दोनों के बीच मैत्रीपूर्ण बातचीत हुई और स्मृति चिन्हों का आदान-प्रदान हुआ।
रियाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा उच्चायुक्त डॉ. सुहेल अजाज खान ने नजरान चैंबर का दौरा किया और संस्थान के उपाध्यक्ष सलेम हैदर अल खामसन और अन्य व्यवसायियों से मुलाकात की। उन्होंने भारत के साथ व्यापार के अवसरों, विशेष रूप से ग्रेनाइट, तांबा, जस्ता और सोना जैसे खनिजों वाले खनन क्षेत्र पर चर्चा की।
भारतीय उच्चायोग के अनुसार राजदूत ने नजरान विश्वविद्यालय का भी दौरा किया और विश्वविद्यालय के शैक्षिक मामलों के वाइस डीन डॉ. बंदर अल-शेहरी से मुलाकात की। राजदूत ने विश्वविद्यालय के कॉलेजों में भारतीय छात्रों के लिए शैक्षिक अवसरों पर विस्तृत चर्चा की। खान ने यहां भारतीय छात्रों से भी बातचीत की। नजरान की इस यात्रा के दौरान राजदूत ने भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की और उनके अनुभव तथा मुद्दों को सुना।
रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी