- राजभवन में योग दिवस
लखनऊ। 10वें अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘स्वयं और सबके लिए योग’ के साथ आज पूरे देश और दुनिया में योग कार्यक्रम आयोजित किए गए। लखनऊ राजभवन कार्यकम में
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
सम्मिलित हुए।
राज्यपाल ने कहा कि 10वें अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस-2024 की थीम ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ का उद्देश्य योग को एक वैश्विक आंदोलन के रूप में फैलाना तथा सामाजिक स्वास्थ्य समस्याओं और जनकल्याण के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना है।
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस हमें अपनी ऋषि परम्परा की विरासत पर गर्व करने की प्रेरणा देता है। योग जीरो बजट वाला दुनिया का सबसे पहला हेल्थ इंश्योरेंस है। योग स्वास्थ्य व कल्याण का समग्र दृष्टिकोण है, जो स्वस्थ और संतुलित जीवन शैली को प्रोत्साहित करता है। हमारी भारतीय आयुष पद्धति सम्पूर्ण आरोग्यता के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है, जिसकी ओर पूरी दुनिया आकर्षित हो रही है। संपूर्ण आरोग्यता प्रदान करने की दिशा में योग की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है।
योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि योग एक सम्पूर्ण विधा है, जो हमें शारीरिक और मानसिक रूप से एकजुट करता है। भारत की ऋषि परम्परा ने अपनी दूरदृष्टि का परिचय देते हुए योग के माध्यम से समाज व धर्म को जोड़ने का कार्य किया। भारत की ऋषि परम्परा ने धर्म के माध्यम से सांसारिक उत्कर्ष, खुशहाली, ईज ऑफ लिविंग व मोक्ष प्राप्ति के लिए हमें मार्ग दिखाए हैं।
योग भी हम सबको इस परम्परा के साथ जोड़ने का कार्य करता है। अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस हम सभी भारतवासियों को अपनी विरासत का स्मरण करने और भारत की ऋषि परम्परा के प्रति श्रद्धावनत होने का अवसर प्रदान करता है।शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्’ अर्थात शरीर ही सारे कर्तव्यों को पूरा करने का एक मात्र साधन है। अतः शरीर का स्वस्थ रहना अति आवश्यक है। एक स्वस्थ मस्तिष्क एक स्वस्थ शरीर में ही सम्भव है, जो योग साधना से प्राप्त किया जा सकता है। हर उम्र के व्यक्ति के लिए योग की अलग-अलग विधाएं हैं। व्यक्ति योग की क्रियाओं, विधाओं का अभ्यास करके शारीरिक व मानसिक रूप से अपने को स्वस्थ रख सकता है।