
नया लुक ब्यूरो, रांची
बहुचर्चित नीट यूजी का पेपर लीक केस CBI ने टेक ओवर कर लिया है। खबर है कि नीट-यूजी में भ्रष्टाचार और गड़बड़ी को लेकर CBI ने FIR दर्ज की है। यह FIR केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है। यहां याद दिला दें कि बीते 5 मई को हुई नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी और धोखाधड़ी को लेकर देशभर में खूब हाय-तौबा मची। पेपर लीक का मामला सामने आने पर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने 6 पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किये थे, शक है कि ये चेक माफिया को दिये गये थे।
ल्जाम है कि माफिया लीक हुये पेपर की डिमांड करने वाले हर उम्मीदवार से 30 लाख रुपये से अधिक की मांग कर रहे थे। वहीं बिहार पुलिस ने जिस अनुराग यादव नाम के परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया था, उसने अपने इकबालिया बयान में पुलिस के सामने खुलासा किया कि उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने ही उसे कोटा से पटना बुलाया था। उन्होंने कहा था कि परीक्षा में सब सेटिंग हो चुका है।
सके बाद चार मई की रात पटना के एक रेस्ट हाउस में अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया। इनलोगों ने मुझे नीट के परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दिया। रात भर में पेपर रटवाया गया। पुलिस अब सॉल्वर गैंग के लोगों से भी पूछताछ कर रही है। सबसे बड़ी खबर यह है कि केंद्र सरकार ने NTA के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को उनके पद से हटा दिया है।
सबसे चौंकाने वाली बातें अबतक यह सामने आई है कि नीट पेपर लीक केस में बिहार पुलिस के हाथ ऐसे कई सुराग लगे, जिससे यह दावा किया जा रहा है कि गड़बड़ी की शुरूआत झारखंड के हजारीबाग से हुई। यहां से पेपर लीक हुआ और पटना में माफिया तक पहुंच गया। बिहार पुलिस ने अबतक 13 लोगों को अपनी कस्टडी में लिया है। इनका नार्को टेस्ट कराने की तैयारी चल रही है।