आगरा में इस पद्धति से अब तक 1.50 लाख निःसंतान दम्पत्ति हुए लाभान्वित
आगरा: दिल्ली गेट स्थिति रवि वूमेन्स हॉस्पिटल में इंदिरा आईवीएफ की 1.50 लाख सफल प्रेगनेंसी के उपलक्ष में एक भव्य आयोजन किया गया। आयोजन में करीब 250 से अधिक हॉस्पिटल में जन्मे बच्चों एवं दम्पतियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन आईएमए के पूर्व अध्यक्ष एवं टीटीजेड सदस्य डॉ. रविन्द्र मोहन पचौरी ने किया। उन्होंने रवि हॉस्पिटल के नए ‘स्टेट ऑफ दी आर्ट’ OPD ब्लॉक का भी शुभारंभ किया।
इस अवसर पर डॉ.पचौरी ने “इंदिरा आईवीएफ” जनहितकारी मिशन से जुड़े चिकित्सकों, विशेषज्ञों, सहायकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन सभी की सच्ची कर्तव्यनिष्ठा ने डेढ़ लाख से अधिक परिवारों में बच्चों की किलकारी देकर “जीने की राह” दिखाई है, जो अति प्रशंसनीय है।
इस सेवा मिशन की प्रमुख डॉ. रजनी पचौरी ने दम्पतियों को आगाह करते हुए कहा कि आईवीएफ से जुड़ी समाज मे बहुत सारी भ्रांतियाँ हैं, परन्तु आप सब इन पर विश्वास न करें, जागरूक बनें। इस विषय पर अपने डॉक्टर से यथा उचित परामर्श लें। इस समस्या का उपचार करें। ये समस्या किसी को भी हो सकती है, जिसका समाधान सम्भव है।
देश की प्रगति में एकल विद्यालयों का महत्वपूर्ण योगदान – रविन्द्र बहादुर चौधरी
डॉ.पल्लवी भटनागर ने बताया कि आईवीएफ एक जटिल प्रक्रिया है, परन्तु ‘मेक इन इंडिया योजना’ की बजह से अब ये एक आम आदमी की पहुंच में भी है। हमें सेंटर का चुनाव अच्छे परिणाम को देखकर ही करना चाहिए।
डॉ.अर्चना गुप्ता ने कहा कि दूरबीन सर्जरी प्रचलन में आने से मरीज का उपचार सरल हुआ है। मरीज का कम से कम रक्त जाता है, एवं उसी दिन छुट्टी भी हो जाती है।
निदेशक रिषभ पचौरी ने संचालित स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बताया कि हम मरीजों को प्रोपर गाइड लाइन, विभिन्न बीमारियों के इलाज, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ, रीजनेबल दामों में मुहैया कराते हैं। इंदिरा आईवीएफ, रवि वूमेंस हॉस्पिटल के बारे में उन्होंने बताया कि ये संस्थान आगरा, अलीगढ़ व नोयडा में निःसंतान दम्पतियों के बेहतर इलाज के लिए, विगत 31 वर्षों से सेवाएं दे रहा है।
कार्यक्रम में एम्ब्रायोलॉजिस्ट अविनाश, राघवेंद्र, शोएब, हुतेश व शल्य टीम से कृष्णवीर, ईश्वर दयाल, गिरेन्द्र, सुरेंद्र एवं अस्पताल के प्रबंधक शेखर चौहान व स्टाफ मेघा, रुखसार, सीता, शहनाज आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
(ब्यूरो)