- आंख बंद करके रोशनी छुपाने का प्रयास कर रहे नगर निगम कर्मी
- नगर निगम कूड़ाघर के पीछे पिपरौली मे कूडे का अम्बार, जनता आंदोलित
- गोबर कूड़ा से पटी सड़क, नहीं बचा पाई अपनी पहचान
- पुराने आशीर्वाद हास्पिटल के आसपास के लोगों का सांस लेना दूभर
- चिकित्सकों का कहना– गंदगी जनित बीमारियों के फैलने की बड़ी आशंका
विजय श्रीवास्तव
लखनऊ। राजधानी लखनऊ की सफ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण देखना है तो आपको राजधानी के मध्य साउथ सिटी पिपरौली के पास आशीर्वाद पुराने हॉस्पिटल तक चलना होगा। वहाँ अस्पताल के सामने खाली पडे़ प्लॉट व अगल–बगल की जगहों और सड़कों पर गोबर तथा कूड़े का अम्बार लगा हुआ है। जिससे वहाँ अगल–बगल के घरों के निवासियों का उठना–बैठना व स्वच्छ हवा में सांस लेना दूभर हो गया है। नगर निगम जोन-8 में पड़ने वाले उक्त कूड़े और गोबर को देखकर मुहल्ले में मरीज देखने आये एक डॉक्टर ने दो टूक लहजे में कहा कि यदि इसी तरह कूड़े का अंबार व सड़ांध को देखते हुए कहा ऐसे गंदगी से महामारी सहित कई गंभीर बीमारियां फैल सकती है।
नगर निगम जोन-8 के प्रमुख अधिकारी अजीत राय ने कहा कि उक्त कूडे के सम्बंध में वहाँ के कुछ निवासियों का शिकायती पत्र मिला है, सम्बंधित जिम्मेदारों को समस्या निराकरण के लिए कहा जा चुका है। वहीं जोन-8 के वरिष्ठ इंस्पेक्टर नईम खान ने कहा कि कूडा निस्तारण संस्था राज गंगा के मुख्य सुपरवाइजर मनीष अग्निहोत्री व कूडा ग्राउंड सुपरवाइजर सचिन को उक्त कूडा के निस्तारण के लिए लिखित व मौखिक कई बार कहा जा चुका है।
राज गंगा के सुपरवाइजर मनीष अग्निहोत्री व सचिन ने मौके का दौरा कर कूडा देखकर अफ़सोस प्रगट किया। उनका कहना था कि एक सप्ताह के अन्दर कूडा गोबर और गंदगी हटवाकर स्थानीय लोगों से बात कर इसके निराकरण का स्थाई समाधान खोजा जायेगा, जिससेआगेअबउक्तसमस्यादोबारानहोनेपाए।
गंदगी कूडा गोबर सड़ांध से परेशान अगल बगल के निवासियों ने कहा पिपरौली मे मात्र कुछ ही लोग घरों मे गाय भैंस जानवर पाल रहे हैं। जानवरों का गोबर फेंकने का कोई उचित स्थान सरकार व नगर निगम ने चिन्हित कर रिजर्व नही किया है। पशुपालक अपने जानवरों का गोबर ठेलिया पर लादकर उक्त खाली पडे लावारिस ग्राउंड मे डालकर चलते बनते हैं जो समस्या का मूल जड़ बताया जा रहा है। बताया जाता इससे पहले उक्त पशुपालक अपने पशुओं का गोबर रेलवे लाइन के पास फेंकते थे वहां के निवासियों के विरोध पर गोबर अब काफी दिनों से इधर फेंका जाने लगा है जिससे इधर बडी समस्या खड़ी हो गयी है।
वहीं पिपरौली गांव में बाहर के लोग काफी घरों में किराये पर रहते हैं, जो अपने व्यापार, किचन व घरों का कूड़ा, पन्नी, बोरी व बाल्टी में लाकर कचरा इसी ग्राउंड व बगल के दोनों सार्वजनिक सड़कों पर फेंक देते हैं। यदि कोई स्थानीय निवासी बोले तो उससे वो लोग झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं। गंदगी से पीड़ित लोगों ने कहा नगर निगम की कूडा गाडी कूडा लेने आती है पर कूडा गाडी में लोग कूडा नही देते हैं जब कि निगम मामूली शुल्क कूडा उठान का लेती है ।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि एक सप्ताह के अन्दर अगर उक्त कूडे का स्थाई समाधान नगर निगम नहीं करता है तो ग्राउंड के अगल–बगल के निवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल मंडलायुक्त रोशन जैकब से मिलकर समस्या के स्थाई निराकरण की मांग करेगा। लोगों ने कहा वहां से भी समाधान न मिलने पर स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री से भी मिलकर समस्या पर आवाज उठाई जाएगी।